- 10 दिन में होगा शिलान्यास
- इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम से दुर्घटनाओं में आयेगी कमी
- वाहन पूरी तरह से रहेंगे कैमरों में कैद
गाजियाबाद। केंद्रीय मंत्री सड़क एवं परिवहन नितिन गडकरी आज गाजियाबाद के डासना पहुंचे जहां पर उन्होंने इंटेलीजेंट ट्रैफिक सिस्टम कंट्रोल रूम (आईटीएस) का लोकार्पण किया। इस दौरान गाजियाबाद के सांसद एवं केन्द्रीय राज्य मंत्री सड़क एवं परिवहन वीके सिंह और उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश में ये पहला ऐसा ट्रैफिक मॉनिटरिंग सेंट्रल बिल्डिंग है जोकि गाजियाबाद के डासना में बनाई गई है। इसके जरिए ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर होने वाली हर एक्टिविटी पर बारीकी से नजर रखी जा सकेगी ताकि इन दोनों एक्सप्रेस-वे पर जनता को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा मिल सके। उन्होंने कहा कि हम लोग एक नया एक्सप्रेस-वे बनाने जा रहे हैं जिससे कि दिल्ली से लखनऊ की दूरी मात्र साढ़े तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी। इसका शिलान्यास अगले 10-12 दिन में कर दिया जायेगा। इसके लिए केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह लगातार प्रयास कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और यहां के सांसद वीके सिंह द्वारा गाजियाबाद का चहुंमुखी विकास हो रहा है। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस इंटेलीजेंट ट्रैफिक सिस्टम एवं ट्रैफिक मैनेजमेंट कंट्रोल सिस्टम से दुर्घटनाओं में काफी हद तक कमी लाई जा सकती है और एक्सप्रेस-वे पर हो रही हर गतिविधि पर बारीकी से नजर रखी जा सकेगी। उन्होंने कहा अगले सप्ताह ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के संबंध में दिल्ली में अपने निवास पर बैठक करूंगा। इसका उद्देश्य लॉजिस्टिक क्षेत्र को ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस के आसपास शिफ्ट करना है। इसके लिए एक्सप्रेस वे के आसपास जमीनों का अधिग्रहण भी करना होगा। उन्होंने गाजियाबाद के उद्योगों को भी इस क्षेत्र में शिफ्ट करने को कहा इससे प्रदूषण मे कमी आयेगी। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने उद्बोधन में कहा कि डबल इंजन की सरकार में 2017 से लेकर अब तक अतिरिक्त 6000 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण कराया गया है जो अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने केंद्र सरकार के कार्य की सराहना करते हुए कहा की दिल्ली से मेरठ का सफर मात्र 50 मिनट में पूरा करना पहले एक सपना हुआ करता था लेकिन आज यह सपना सच हो पाया। उन्होंने कहा कि यह डबल इंजन की सरकार की वजह से ही आज उत्तर प्रदेश को स्पेशल की सौगात मिल रही है इसके लिए मैं केंद्र सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन सरकार से राजमार्गों के क्षेत्र में एक क्रांति आई है। उन्होंने बताया कि इस सिस्टम की खासियत यह है कि इसमें तकरीबन डेढ़ सौ से अधिक कैमरे लगे हुए है जो की इस एक्सप्रेस वे पर पूरी तरह से निगरानी करेंगे। पूरे एक्सप्रेस पर कहीं भी कोई एक्सीडेंट होता है या कोई रॉन्ग साइड चलता है या कोई भी घटना घटित होती है तो कैमरे के माध्यम से यह सूचना हमारे सिस्टम तक आ जाएगी जिसको कि हम जल्द से जल्द दूर कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि 2022 एवं इसके बाद भी प्रदेश के लोगों को डबल इंजन सरकार का लाभ मिलता रहेगा। इस अवसर पर गाजियाबाद से सांसद एवं केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके0 सिंह ने सभी अतिथि गणों का स्वागत किया और इंटेलीजेंट ट्रैफिक सिस्टम के बारे में बताते हुए कहा कि इस सिस्टम की खासियत यह है कि ईस्टर्न पेरिफेरल और दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे दोनों को एक साथ इस सिस्टम से मॉनिटर किया जा सकता है जिससे कि दुर्घटनाओं को कम करके बेहतर तरीके से ट्रैफिक को कंट्रोल किया जा सकेगा। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि सभी एक्सप्रेसवे को आपस में कनेक्ट किया जायेगा इसमें ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे से यमुना एक्सप्रेस वे भी शामिल है। इस मौके पर जापान के भारत में राजदूत, मेरठ के सांसद राजेंद्र अग्रवाल, जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पवन कुमार समेत एनएचएआई के सदस्य एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।