- प्रभात फेरियों और स्कूल रैली के जरिए किया जा रहा जागरूक
गाजियाबाद। विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के पहले सप्ताह में मलेरिया विभाग की टीमों ने 68 गांवों को मच्छर ब्रीडिंग से मुक्त कर दिया है। हापुड़ के जिला मलेरिया अधिकारी सतेंद्र कुमार ने बताया इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र के 147 और शहरी क्षेत्र के 28 ड्रेन साफ कराए गए हैं। पूरे जनपद में फॉगिंग और एंटी लार्वा छिड़काव किया जा रहा है। पहले सप्ताह के दौरान शहरी क्षेत्र के 47 वार्डों में फॉगिंग कराई गई है। इसके अलावा 43 सुअरबाड़ों में जाकर विभाग की टीम ने सेनिटाइजेशन मीटिंग की हैं और कुल 124 सुअर बाड़ा स्वामियों का संवेदीकरण किया गया है। उन्होंने कहा लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि लोग निश्चिंत हो जाएं और सावधानी रखना छोड़ दें। मच्छर जनित बीमारियों के लिए यह मौसम बहुत ह?ी संवेदनशील है, अपने घर के आसपास सफाई का लगातार ध्यान रखें और पानी जमा न होने दें।
हापुड़ के जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान 17 नवंबर तक चलेगा। उन्होंने बताया घर के अंदर या बाहर जल जमाव न होने दें। ध्यान रहे डेंगू का मच्छर साफ और ठहरे हुए पानी में ही पनपता है। इसके लिए थोड़ा सा पानी भी बहुत है। अपने कूलर, फ्रीज की ट्रे और घर में रखे फूलदानों आदि में नियमित रूप से पानी बदलते रहें। डीएमओ ने बताया अभियान के पहले सप्ताह के दौरान जनपद में 48 स्कूल रैलियों का आयोजन किया गया। इसके अलावा ग्राम प्रधानों के सहयोग से जनपद में कुल 72 प्रभात फेरियां निकाली गईं और मलेरिया विभाग की टीम अब तक 68 ग्राम प्रधानों के साथ मीटिंग कर संचारी रोगों के प्रति उनका संवेदीकरण कर चुकी हैं।
डीएमओ के मुताबिक ग्राम प्रधानों को बताया गया है कि वह अपने-अपने गांव में मच्छर की ब्रीडिंग न होने देने के लिए क्या करें और क्या न करें। गांव में यदि किसी को जुकाम, खांसी या फिर बुखार है तो उसे तुंरत नजदीकी स्वास्थ्य पर केंद्र लेकर जाएं। ग्रामीणों को यह भी बताएं कि चिकित्सक के परामर्श के बिना वह कोई दवा न खाए़ं। मच्छरों से बचाव के लिए पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें और रात में सोने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।