- प्रदेश के हर गांव में एक खेल मैदान बनाया जाएगा
- हर ग्राम पंचायत में ओपेन जिम की स्थापना की कार्यवाही प्रारम्भ
- दो खेलों को गोद लेकर 10 वर्षों तक किया जाएगा वित्त पोषण
- लखनऊ में एक कुश्ती एकेडमी की शुरूआत की जाएगी
- टोक्यो ओलम्पिक में प्रतिभाग करने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को दिए 25-25 लाख रुपये
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में टोक्यो ओलम्पिक में शानदार प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाने वाली खेल प्रतिभाओं को सम्मानित किया। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने टोक्यो ओलम्पिक खेलों में भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा को 2 करोड़ रुपये, कुश्ती में रजत पदक विजेता रवि दहिया को डेढ़ करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया, बैडमिंटन में कांस्य पदक विजेता पीवी सिन्धु, मुक्केबाजी में कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन को एक करोड़ रुपये का चेक, अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा टोक्यो ओलम्पिक में पुरुष हॉकी में कांस्य पदक विजेता भारतीय टीम के सभी सदस्यों को एक-एक करोड़ रुपये का चेक, चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाली महिला हॉकी टीम के प्रत्येक सदस्य को 50-50 लाख रुपये का चेक, कुश्ती में चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाले दीपक पुनिया को 50 लाख रुपये का चेक, अंग वस्त्र, प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। टोक्यो ओलम्पिक में प्रतिभाग करने वाले उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों ललित कुमार उपाध्याय, वंदना कटारिया (हॉकी), सीमा पुनिया (डिस्कस थ्रो), प्रियंका गोस्वामी (पैदल चाल), अनु रानी व शिवपाल सिंह (भाला फेंक), मेराज अहमद खां (शूटिंग), सतीश कुमार (मुक्केबाजी), अरविन्द सिंह (रोइंग) को 25-25 लाख रुपये की धनराशि प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाकर देश व प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों का अभिनन्दन किया जाना सराहनीय है। उन्होंने सीएम योगी का धन्यवाद देते हुए कहा कि नवाबों का शहर लखनऊ आज ओलम्पिक के नवाबों का स्वागत कर रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों के साथ ही, प्रशिक्षकों, चिकित्सकों सहित खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ को सम्मानित कर उल्लेखनीय कार्य किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश कुम्भ की धरती है। प्रयागराज दुनिया की सबसे बड़ी आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन की स्थली है। प्रयागराज कुम्भ की स्मृतियों को आगे बढ़ाते हुए आज खेल महाकुम्भ में टोक्यो ओलम्पिक में भारत के पदक विजेता एवं प्रतिभागी खिलाड़ियों को सम्मानित किया जा रहा है। आयोजन में खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल की विपरीत परिस्थितियों में भी भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर देश का गौरव बढ़ाया है। खिलाड़ियों का प्रदर्शन सिद्ध करता है कि यह सभी देश के लिए खेलते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि हर क्षेत्र की प्रतिभा का सम्मान किया जाना चाहिए। ओलम्पिक खेलों में सर्वाधिक पदक दिलाने वाले खिलाड़ियों के सम्मान के लिए प्रदेश के सभी 75 जनपदों से 75-75 खिलाड़ी एवं युवक मंगल दल तथा महिला मंगल दल के सदस्य यहां आए हैं। प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि मेरठ में स्थापित की जा रही स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का नाम मेजर ध्यानचन्द के नाम पर रखा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 2 खेलों को गोद लेकर अगले 10 वर्षों तक उनका वित्त पोषण करने का निर्णय लिया है। इसमें से एक खेल कुश्ती होगी। इन खेलों का आगामी 10 वर्षों तक पूरा वित्त पोषण प्रदेश सरकार द्वारा किया जाएगा। इसके अन्तर्गत खिलाड़ियों, उनके प्रशिक्षण और उन्हें हर प्रकार की प्रतिस्पर्धा में भागीदार बनने के लिए पूरी सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लखनऊ में एक कुश्ती एकेडमी की भी शुरूआत करेगी। इस सम्बन्ध में कुश्ती फेडरेशन के प्रस्ताव को राज्य सरकार ने सहमति दी है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार ने यह निर्णय भी लिया है कि आवासीय क्रीड़ा छात्रावासों में आवासीय खिलाड़ियों के डाइट मनी को 250 रुपये से बढ़ाकर भारतीय खेल प्राधिकरण की भांति अब 375 रुपये प्रतिदिन प्रति खिलाड़ी किया जाएगा। साथ ही, प्रदेश सरकार ने ओलम्पिक गेम्स, एशियन गेम्स, कॉमन वेल्थ गेम्स, विश्व कप या विश्व चैम्पियनशिप में प्रदेश के विजेता खिलाड़ियों को राजपत्रित पदों पर सीधी भर्ती के माध्यम से नियुक्ति प्रदान करने और पुलिस में डिप्टी एसपी के पद पर भर्ती की सहमति दे दी है। वर्तमान में प्रदेश के 16 जनपदों में क्रीड़ा विभाग के कार्यालय नहीं हैं। प्रदेश सरकार ने राज्य के समस्त 75 जनपदों में स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। खेल विभाग के अन्तर्गत क्रीड़ा अधिकारी के 16 रिक्त पद, उप क्रीड़ा अधिकारी के 100 रिक्त पद, सहायक प्रशिक्षक के 150 रिक्त पद की बढ़ोत्तरी करने का भी राज्य सरकार ने निर्णय लिया है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं या विश्व चैम्पियनशिप में अनुदान की राशि को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये किया जा रहा है। एशियन चैम्पियनशिप में अनुदान की राशि को 3 लाख से बढ़ाकर 15 लाख रुपये, राष्ट्रीय चैम्पियनशिप सब जूनियर में अनुदान की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये, जूनियर चैम्पियनशिप में अनुदान की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये, सीनियर चैम्पियनशिप में अनुदान की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 10 लाख रुपये की जा रही है। साथ ही, तीनों वर्गों की प्रतियोगिताओं के एक साथ आयोजन पर अनुदान की राशि को 1 लाख 12 हजार 500 रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये करने का निर्णय लिया गया है। अखिल भारतीय स्मारक प्रतियोगिता में अनुदान की राशि 50 हजार रुपये से बढ़ाकर 1.5 लाख रुपये तथा राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में अनुदान की राशि को 10 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये करने का निर्णय भी प्रदेश सरकार ने लिया है।
ओलम्पिक के इतिहास में भारत ने अब तक के सर्वाधिक पदक टोक्योे ओलम्पिक में जीते हैं। भारतीय खिलाड़ियों ने 18 खेलों में प्रतिभाग करते हुए, 1 स्वर्ण, 2 रजत, 4 कांस्य पदक कुल 7 पदक प्राप्त किए। ओलम्पिक खेलों के भारतीय दल में 10 खिलाड़ी उत्तर प्रदेश के थे। ओलम्पिक गेम्स में पदक विजेता खिलाड़ियों को एकल वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त करने पर 6 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 4 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक पर 2 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाती है। टीम गेम्स में स्वर्ण पदक पर 3 करोड़ रुपये, रजत पदक पर 2 करोड़ रुपये तथा कांस्य पदक प्राप्त करने पर 1 करोड़ रुपये पुरस्कार स्वरूप दिये जाने की व्यवस्था है। यह पुरस्कार राशि उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को प्रदान की जाती है। कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी पुरुष टीम के सभी 19 खिलाड़ियों को, प्रति खिलाड़ी 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि से सम्मानित किया गया है। टीम के मुख्य प्रशिक्षक को 25 लाख रुपये तथा टीम के प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ को 10-10 लाख रुपये प्रति सदस्य प्रदान किये गए हैं। टोक्यो ओलम्पिक में चतुर्थ स्थान पाने वाली भारतीय हॉकी महिला टीम की सभी 19 खिलाड़ियों को, 50-50 लाख रुपये दिए गए।