म्यांमार, हिंट समाचार । म्यांमार में हुई सुरक्षा बलों और छापामारों के बीच संघर्ष के बाद एक गांव को जला दिया गया। इस घटना से दो के मौत होने की सुचना है। जानकारी हो कि सैनिक शासन का विरोध कर रहे स्थानीय छापामारों के साथ टकराव के बाद यह घटना हुई। किन मा गांव के 200 से 240 घर सैनिकों ने जला दिए।
सरकारी टेलीविजन ने उग्रवादियों पर गांव में आग लगाने का आरोप लगाया है। म्यांमार में हुए इस हमले की चहुंओर निंदा हो रही है। इससे एक बार फिर मालूम हुआ कि सेना का म्यांमार की जनता के प्रति उसके मन में कोई सम्मान नहीं है, उनका दुःखद अपराध जारी है। म्यांमार में सेना से संघर्ष करने वाले जातीय राजनीतिक समूह ने सैनिक शासन के हमलों की जांच कराने की मांग की है। उनके अनुसार पिछले महीने 47 लोगों के अपहरण के बाद सैनिकों ने 25 निर्माण श्रमिकों की हत्या कर दी थी। संयुक्त राष्ट्र के कार्यकर्ताओं ने भी वहां के हालातों पर चिंता जताते हुए अंतरराष्ट्रीय पहल की अपील की है।
मालूम हो कि म्यांमार में 1 फरवरी 2021 की सुबह सेना ने वहां की आंग सांग सू की के नेतृत्व वाली लोकतांत्रिक सरकार का तख्तापलट कर सत्ता अपने हाथों में ले ली थी। इसके बाद से ही वहां पर सेना और लोगों के बीच जबरदस्त संघर्ष चल रहा है। जानकारी हो कि इन संघर्ष की वजह से हजारों की तादाद में लोगों ने अन्य देशों में शरण ली है। भारत में भी हजारों की संख्या में लोग म्यांमार से भारतीय सीमा में दाखिल हुए हैं। म्यांमार के इन हालात पर काबू नहीं पाया गया तो हालात बद से बदतर होते चले जायेंगे।
मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा का कहना है कि राज्य सरकार ने इन लोगों को राहत देने के लिए राहत धन स्वीकृत किया है। जानकारी के मुताबिक तख्तापलट के बाद से अब तक म्यांमार से लगभग नौ हजार से अधिक नागरिक मिजोरम आ चुके हैं।