- इजराइल और भारत, विशेष रूप से यूपी के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने पर चर्चा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके सरकारी आवास पर इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन के नेतृत्व में इजराइल के एक सरकारी प्रतिनिधिमंडल ने शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर इजराइल और भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को और प्रगाढ़ करने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया।
भेंट के दौरान इजराइल के राजदूत ने मुख्यमंत्री को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में लगातार दूसरी बार निर्वाचित होने पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इसके लिए मुख्यमंत्री ने उनका आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने इजराइल के राजदूत के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश आये प्रतिनिधिमंडल का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि भारत और इजराइल के मध्य द्विपक्षीय सम्बन्ध सतत प्रगाढ़ हो रहे हैं। दोनों देशों के बीच 30 वर्षों से सुदृढ़ राजनयिक सम्बन्ध रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2017 में अपनी इजराइल यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच सहयोग के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की थी। इस दौरे में उत्तर प्रदेश का एक प्रतिनिधिमंडल भी शामिल था। विगत वर्षों में भारत-इजराइल के पारस्परिक सम्बन्धों ने नई ऊंचाइयों को छुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इजराइल के सहयोग से प्रदेश के जनपद बस्ती और कन्नौज में स्थापित दो सेन्टर आॅफ एक्सीलेंस अपने उद्देश्यों में सफलता प्राप्त कर रहे हैं। हमारी योजना हॉर्टिकल्चर और सब्जी उत्पादन के क्षेत्र में नए सेन्टर आॅफ एक्सीलेंस की स्थापना की है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस कार्य में भी राज्य सरकार को इजराइल से आवश्यक सहयोग प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्थापित हो रहा डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर इजराइल के उद्यमियों को निवेश के अवसर उपलब्ध करा रहा है। प्रदेश में पर्याप्त प्राकृतिक संसाधन तथा दक्ष मानव संसाधन उपलब्ध हैं। राज्य सरकार रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में प्रदेश में निवेश की इच्छुक कम्पनियों को सभी जरूरी सुविधाएं एवं प्रोत्साहन उपलब्ध करा रही है। इजराइल के प्रतिष्ठानों के लिए यह अच्छा मंच है। ड्रोन और एंटी ड्रोन तकनीक के सम्बन्ध में इजराइल के पास पर्याप्त अनुभव है। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरीडोर में निवेश के लिए विचार किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश का पुलिस बल विश्व के विशालतम सिविल पुलिस बल में से एक है। राज्य सरकार अपने पुलिस बल के आधुनिकीकरण की योजना पर कार्य कर रही है। इस कार्य में इजराइल हमें सहयोग कर सकता है। विधि विज्ञान प्रयोगशालाओं के सुदृढ़ीकरण में भी इजराइल हमारा अच्छा सहयोगी बन सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आबादी के दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है। 25 करोड़ की जनसंख्या के साथ यहां देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता बाजार भी उपलब्ध है। प्रदेश में कृषि के साथ-साथ खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में विकास की असीम सम्भावनाएं हैं। इजराइल इस क्षेत्र में अपनी भागीदारी प्रदान कर सकता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा एनसीआर के यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण क्षेत्र में मेडिकल डिवाइस पार्क का विकास किया जा रहा है। इजराइल की कम्पनियां इसमें निवेश के लिए आमंत्रित हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड में सिंचाई व पेयजल के क्षेत्र में इजराइल के तकनीकी सहयोग से नवीन परियोजना प्रस्तावित है। इसकी फीजिबिलिटी रिपोर्ट आ चुकी है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट शीघ्र तैयार हो जाएगी। यह परियोजना बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को 12 महीने फसल प्राप्त करने में उपयोगी होगी। हर घर नल योजना अपने उद्देश्य में सफल होगी।
इजराइल के राजदूत ने मुख्यमंत्री को समय देने के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इजराइल और भारत के बीच मजबूत सामरिक और रणनीतिक सम्बन्ध हैं। भारत के प्रधानमंत्री की वर्ष 2017 की इजराइल यात्रा के बाद दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण सम्बन्ध और प्रगाढ़ हुए हैं। इजराइल और भारत नए क्षेत्रों में मिलकर कार्य कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के साथ हम कई क्षेत्रों में अच्छे सहयोगी की भूमिका में है।
श्री गिलोन ने कहा कि इजराइल सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर कृषि, सिंचाई, पेयजल और जल संरक्षण के क्षेत्र में जो कार्य किये जा रहे हैं, उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा। साथ ही, डिफेंस प्रोडक्शन, पुलिस मॉडर्नाइजेशन और उद्योगों के विकास में तकनीक हस्तांतरण भी किया जाएगा। इजराइल सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार संयुक्त समूह बनाकर इन कार्यों को गति देंगी। निकट भविष्य में इजराइल पुलिस आधुनिकीकरण, कृषि आधुनिकीकरण, किसानों को पानी के बेहतर उपयोग, बुन्देलखण्ड में पेयजल उपलब्धता और रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को सहयोग करेगा।