नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज एक कार्यक्रम के दौरान बाल-बाल बच बए। पैर छूने के बहाने एक युवक द्वारा विस्फोट किए जाने से अफरातफरी मच गई। गनीमत यह रही कि नीतीश कुमार थोड़ी दूरी पर थे, पटाखे जैसी ज्वलनशील से विस्फोट होने से कारपेट जल गई। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगे सुरक्षा कर्मियों ने नीतीश कुमार को सकुशल गाड़ी में बैठाकर रवाना किया।
जानकारी के अनुसार बिहार के नालंदा में सीएम नीतीश कुमार जन संवाद कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। यही उन पर हमले का प्रयास किया गया। आयोजन के दौरान लोगों से मिल रहे नीतीश कुमार के पैर छूने के बहाने से एक युवक आगे बढ़ा और उनके नजदीक जाकर धमाका कर दिया। गनीमत रही कि यह पटाखा था, जो नीतीश कुमार से थोड़ी दूर गिरा। इससे कारपेट जल गई। घटना के बाद अफरातफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। पहले लगा कि फायरिंग की गई है, बाद में पटाखा फोड़ने की बात सामने आई। पुलिस ने आरोपित को पकड़ लिया है। उसकी पहचान नालंदा के इस्लामपुर थाना क्षेत्र के सत्यारगंज निवासी 22 वर्षीय शुभम आदित्य के रूप में हुई है। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। उसके पास से जब्त पटाखा और माचिस मिली है। विदित हो कि हाल के दिनों में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था में दोबारा ऐसी बड़ी चूक हुई है। पिछले दिनों पटना के बख्तियारपुर में एक युवक ने सीएम पर हमले की कोशिश की थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। शरारती तत्व माचिस और विस्फोटक लेकर डी एरिया में घुस गया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों को भनक तक नहीं लगी। कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में थे, जहां स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर से लेकर सिपाहियों की तैनाती थी। वहीं, सामने वाले घेरे में एसपी और एएसपी रैंक के दो पदाधिकारी थे। नियमानुसार, कार्यक्रम से पूर्व श्वान दस्ता और बम निरोधक दस्ता स्थल का निरीक्षण करते हैं। कार्यक्रम पूरा होने तक दोनों स्क्वायड वहीं रहते हैं। इस घटना के बाद दोनों दस्ता की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। नीतीश कुमार पर हमले के प्रयास के मामले होने पर विपक्ष को भी मुद्दा मिल रहा है। विपक्ष हमलावर है और कह रहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पर ही जानलेवा हमले के प्रयास किए जा रहे हैं , ऐसे में प्रदेश की जनता कैसे सुरक्षित रहेगी।