- कन्नौज समेत दर्जनभर ठिकानों पर की जा रही छापेमारी
- पुष्पराज जैन हैं सपा के एमएलसी, किया था समाजवादी इत्र को लांच
- कन्नौज के ही एक और इत्र कारोबारी मियां के यहां भी छापेमारी
लखनऊ। इन दिनों कन्नौज का इत्र देश ही नहीं पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है। हो भी क्यों न जब इत्र कारोबारियों के बाद एक के बाद छापे पड़ रहे हैं। पहले पी कोड के चलते जीएसटी की टीम ने पीयूष जैन के घर छापेमारी कर पौने दो सौ करोड़ की नगदी, सोने की र्इंट और अन्य सामान बरामद किया था। पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद भाजपा की ओर से बयान दिए गए कि यह पूर्व की सरकारों में कमाया गया काला धन दीवारों से निकल रहा है। भाजपा का इशारा सपा की ओर था। क्योंकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समाजवादी इत्र लांच किया था। जिसे सपा के एमएलसी द्वारा बनवाया गया था। लेकिन इस बार आयकर विभाग की टीम ने सपा एमएलसी और समाजवादी इत्र बनाने वाले पुष्पराज जैन पम्पी के यहां छापा मारा है। उनके यहां छापेमार कार्रवाई चल रही है। उनका पूरे देश में कारोबार फैला हुआ है। उनके दूसरे ठिकानों पर भी छापेमार कार्रवाई चल रही है। पुष्पराज ने 2022 के लिए 22 फूलों से बना समाजवादी इत्र लॉन्च किया था। पम्पी के कन्नौज, कानपुर, नोएडा और हाथरस के ठिकानों पर छापा मारा जा रहा है। पड़ोसियों के मुताबिक, पुष्पराज घर में ही हैं। टीम ने जिस घर पर रेड डाली है, यहां उनका भाई अतुल जैन अपनी फैमिली के साथ रहता है। पम्पी की फैमिली मुंबई में रहती है। इनकी कोई संतान नहीं है। कन्नौज में पम्पी के दो घर हैं। बता दें, पीयूष जैन का घर भी इसी छिपट्टी मोहल्ले में है, जो पम्पी के घर से महज 100 मीटर दूर है। पुष्पराज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी और पार्टी के बड़े फाइनेंसर बताए जाते हैं। पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद से ही पम्पी चर्चा में थे। इसके अलावा एक और इत्र कारोबारी मलिक मियां के ठिकानों पर भी कन्नौज में छापेमारी चल रही है। यूपी के नोएडा और अंबेडकर नगर में भी 30 से ज्यादा जगहों पर रेड जारी है। पिछली बार भी टीम पुष्पराज के ठिकानों पर छापा मारने की तैयारी में था। टीम को पी की तलाश थी। लेकिन टीम गलती से पी यानी पीयूष जैन के घर पहुंच गई। अखिलेश यादव आज कन्नौज के दौरे पर जाएंगे। उन्हें यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करनी है। बताया जा रहा है कि यहां पुष्पराज को भी आना था। माना जा रहा है कि कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश करीबियों के ठिकानों पर पड़ रहे छापों पर भी बयान देंगे।
पुष्पराज जैन को 2016 में इटावा-फरुर्खाबाद से सपा एमएलसी चुना गया था। वह प्रगति अरोमा आॅयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सहमालिक हैं। उनके पिता सवैललाल जैन ने 1950 में इस बिजनेस की शुरूआत की थी। पुष्पराज का इत्र का बड़ा कारोबार 12 से ज्यादा देशों में फैला है।
2016 में उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार, पुष्पराज और उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपए की चल संपत्ति और 10.10 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति है। उनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। कन्नौज के कॉलेज में ही 12 तक पढ़ाई की है। ष जैन के घर छापा पड़वाया।