गाजियाबाद। शुक्रवार को नेहरु वर्ल्ड स्कूल के प्रांगण में दोपहर 2 बजे टाइम कैप्सूल को दबाया गया। इस टाइम कैप्सूल में शैक्षिक सत्र 2021-22 की बहुत सारी चीजों व सूचनाओं को एकत्र करके रखा गया है जिन्हें 13 अगस्त 2035 को 14 वर्षों की एक निश्चित अवधि के बाद निकाला जाएगा।
इस टाइम कैप्सूल में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के विद्यार्थियों के द्वारा किया कला से सम्बन्धित कार्य, आॅनलाइन कक्षाओं के चित्र, आॅनलाइन कक्षाओं में प्रयोग किए जाने वाले टूल्स और तकनीकी के नाम की सूची, कक्षावार समूह चित्र, अध्यापकों के समूह चित्र, विद्यार्थियों व शिक्षकों द्वारा भविष्य के लिए दिए गए संदेश, टाइम कैप्सूल कार्यक्रम की विडियो रिकार्डिंग, 2021-22 बोर्ड परीक्षाओं के लिए निर्धारित नई मूल्यांकन नीति, कोरोना में लॉकडाउन के दौरान छात्रों व अध्यापकों के अनुभव की विडियो, कक्षा 12 के टॉपर्स के अनुभवों की वीडियो, स्कूल की वर्तमान स्टेशनरी, स्कूल के विभिन्न कार्यक्रमों के फोटोग्राफ, विद्यार्थियों के विवरण, स्कूल डायरी, छात्रों व अध्यापकों द्वारा पर्चियों पर लिखे संदेश व फोन नम्बर डाले गए। इसके साथ-साथ वर्तमान मुद्रा, सिक्के, डाक टिकट, विद्यार्थियों की वर्तमान वेशभूषा, वर्तमान सत्र के बोर्ड परीक्षाफल तथा आज की दिनांक के सारे दैनिक समाचार पत्रों की प्रतियां, 2021-22 के वार्षिक व मासिक पाठ्यक्रम योजना, परीक्षा की तिथियां व दैनिक प्रयोग की बहुत सारी वस्तुएं उस डिब्बे में दबाई गई। इसके अतिरिक्त स्कूल के छात्रों व कुछ अन्य स्कूलों द्वारा भेजी वस्तुएं भी उसमें थीं क्योंकि इस बार सहोदय स्कूल समूह को भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित किया गया है कि यदि वे चाहें तो अपना कुछ संग्रह स्कूल को भेज सकते हैं। इस अवसर पर स्कूल के निदेशक डॉ. अरुणाभ सिंह, पशासनिक निदेशक केपी सिंह, हेड टीचर सुसनहोम्स, सभी समन्वयक व प्रशासनिक अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। इस बार की विशेष बात यह रही कि गत वर्ष के स्कूल हेड ब्वॉय हर्षित चौधरी व हेड गर्ल दूर्वा अरोरा को भी इस आयोजन में आमंत्रित किया गया।
इस अवसर पर स्कूल की हेड टीचर सुसनहोम्स ने कहा कि टाइम कैप्सूल में रखे गए सभी सामान 14 वर्षों बाद 2021 को जानने व इन यादों को जीवित रखने का माध्यम होंगे। साथही 2035 की दुनिया आज से कितनी अलग है, इसका परिचय भी देंगे। स्कूल के निदेशक डॉ. अरुणाभ सिंह के शब्दों में,जब 2035 में इस टाइम कैप्सूल को खोला जाएगा तब 2021-22 के अकादमी सत्र से प्रत्यक्ष रूप में मिल सकेंगे। आज स्कूल का एक सम्पूर्ण अध्याय इस गर्त में रखा है, जो स्कूल का वर्तमान भी है और भविष्य भी। आगे आने वाली पीढ़ी को निश्चय ही कुछ रोचक तथ्य अवश्य जानने को मिलेंगे। पशासनिक निदेशक केपी सिंह के अनुसार यह आयोजन वर्तमान व भविष्य के अंतर को पहचानने का एक अच्छा प्रयास है। नेहरु वर्ल्ड स्कूल पिछले आठ वर्षों से इस कार्यक्रम को कर रहा है। इस टाइम कैप्सूल को 14 वर्षों के बाद निकाला जाएगा ताकि 14 वर्षों के अतीत व वर्तमान के अन्तर को देख सकें कि 14 वर्षों में समाज के विकास की गति कैसी रही, इसका परिचय भी इस आयोजन से मिलेगा।