नई दिल्ली। यूपी के प्रतापगढ़ का मुकीम केवल दसवीं पास है और शादीशुदा है बावजूद इसके उसने मैट्रिमोनियल साइटस पर अलग-अलग नाम से प्रोफाइल बनाई और 50 से अधिक महिलाओं को झांसे में लेकर उनसे शादी की और बाद में उनसे रकम व ज्वैलरी ऐंठकर फरार हो जाता था। दिल्ली क्राइम ब्रांच ने उसे जाल बिछाकर दबोच ही लिया। पुलिस पूछताछ में उसने जो राज उगले उसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया।
मुकीम ने मैट्रिमोनियल साइट्स पर अलग-अलग नामों से प्रोफाइल बनानी शुरू की। कभी वो खुद को सरकारी अधिकारी बताता, तो कभी सेना का अधिकारी या फिर कोई बड़ा व्यापारी। उसका मुख्य निशाना तलाकशुदा या विधवा महिलाएं थीं, जो फिर से अपनी जिंदगी को बसाने का सपना देख रही थीं। मुकीम ने महिलाओं को अपने जाल में फंसाने के लिए हर बार नए-नए तरीके अपनाए। उसने झूठे वादे किए, महंगी गाड़ियां और गहने उनसे हासिल किए, और फिर गायब हो जाता। उसने कई महिलाओं से फ्लाइट टिकट, गिफ्ट्स और यहां तक कि शादी के नाम पर पैसे भी ऐंठे। खास बात यह थी कि उसने चार महिलाओं से तो बाकायदा शादी भी की।
दिल्ली पुलिस ने मुकीम को हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया। एक पीड़िता की शिकायत पर उसे गिरफ्तार किया गया और उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत मामला दर्ज किया गया।
पूछताछ के दौरान, मुकीम ने खुलासा किया कि वह अमीर मुस्लिम महिलाओं को अपना शिकार बनाता था। वह उनसे बातचीत शुरू करता और धीरे-धीरे उनका विश्वास जीतता। उसने देश के 2 सबसे बड़े मैट्रिमोनियल वेबाइटों पर करीब 20 फर्जी आईडी बनाई और ठगी को अंजाम देता रहा। मुकीम पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क का रहने वाला था और उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से उसका संबंध था। उसकी गिरफ्तारी कई राज्यों की पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि वह कई बार पुलिस की पकड़ से फिसल चुका था। वह अक्सर अपना फोन नंबर और ठिकाना बदल लेता था, जिससे वह पुलिस की नजरों से बचा रहा।
मुकीम का तरीका बेहद चतुराई से भरा था। वह महिलाओं को बताता कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है और उसकी एकलौती बेटी की देखभाल करने वाला कोई नहीं है। उसने अपनी असली पत्नी और बेटी की तस्वीरें दिखाकर महिलाओं का विश्वास जीत लिया।
महिलाओं का भरोसा जीतने के बाद, मुकीम उनसे शादी की तैयारियों के नाम पर पैसे ऐंठता। वह उन्हें कहता कि वह शादी के लिए रिसॉर्ट, शादी हॉल या होटल बुक कर रहा है, और इसके लिए उसे पैसे चाहिए। लेकिन, एक बार जब वह पैसे ले लेता, तो वह गायब हो जाता। मुकीम के खिलाफ कई महिलाओं ने शिकायतें दर्ज की हैं, जिनमें एक न्यायिक अधिकारी और एक गैर-लाभकारी संस्था की कार्यकर्ता भी शामिल हैं। हालाँकि, कई महिलाएँ अब भी पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने से कतराती हैं।
मुकीम अयूब खान की गिरफ्तारी ने यह साबित कर दिया है कि आज के डिजिटल युग में ठगों के लिए लोगों को फंसाना कितना आसान हो गया है। लेकिन पुलिस की सख्ती और सतर्कता ने उसे अंतत: कानून के शिकंजे में ला दिया है। अब सवाल यह है कि मुकीम जैसे और कितने ठग आज भी खुलेआम घूम रहे हैं, और कितनी मासूम महिलाएँ उनकी शातिर चालों का शिकार बन रही हैं?