गाजियाबाद। मोहन नगर स्थित आईटीएस (स्नातक परिसर) में सात दिवसीय शिविर के छठें दिन 23 मार्च को संस्था और एनएसएस इकाई के स्वयंसेवकों ने शहीद दिवस मनाया। जिसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में अपनी भागीदारी की। शहीद दिवस के इस अवसर पर संस्था तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों ने सरदार भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव तथा देश के महान युवा क्रांतिकारियों के सर्वोच्च बलिदान को याद किया गया।
कार्यक्रम में सरदार भगत सिंह, राजगुरू, और सुखदेव के जीवन पर गोष्ठियों का आयोजन किया गया। इस क्रार्यक्रम के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन, कार्यशैली और दर्शन के बारे में जानकर युवा पीढ़ी कृतज्ञता, सम्मान और कर्तव्य की भावना से ओतप्रोत हुई। इनकी जीवनी से युवा प्रेरित हुए जिससे उनमें देशप्रेम और राष्ट्रप्रेम की भावना का संचार हुआ। छात्रों ने भी अमर शहीदों की याद में उनके साहसिक कार्यो को याद किया और देश के अमर शहीदों के चित्रों के सम्मुख उनकी शहादत में श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धापूर्वक नमन किया। आईटीएस के निदेशक डॉ. सुनील कुमार पांडेय (स्नातक परिसर) ने शहीदों को याद करते हुए कहा कि आज ही के दिन 23 मार्च को देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले अमर क्रांतिकारी सरदार भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को फांसी दी गई थी, उन्होंने हंसते-हंसते अपने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया था। उनकी शहादत को देश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने शहीदों की याद में पंक्तियां व्यक्त की कि शहीदों को याद करने का आया दिन, भर लेते हंै उनकी यादों से अपना मन, हिमालय से ऊंचा साहस उनका, सर जो किसी के आगे ना झुका, मातृभूमि की खातिर किया सब अपर्ण, ऐसे वीरों का मेरा नमन। साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों को बधाई देते हुए उनके कार्यों को सराहा। कार्यक्रम में संस्था के शिक्षक तथा कर्मचारी जिनमें प्रो. अमित शर्मा, विकास त्यागी, डॉ. संदीप गर्ग, प्रो. विकास कुमार, प्रो. आदिल खान, प्रो. नीरज जैन, प्रो. अनुभा श्रीवास्तव, प्रो. प्रशान्त त्यागी और प्रो. करन सिवाच एवं बीबीए तथा बीसीए पाठ्यक्रमों के छात्रों ने भाग लिया।