लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद एटा के जवाहर तापीय विद्युत परियोजना परिसर, मलावन में जनपद एटा के विकास से सम्बन्धित 4 अरब 19 करोड़ 75 लाख रुपये की 255 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज जनपद एटा नई पहचान व आभा के साथ आगे बढ़ रहा है। जनपद एटा में 12 हजार 300 करोड़ रुपये की लागत से विद्युत उत्पादन संयंत्र लगाया जा रहा है। यह अगले वर्ष शुरू होगा, जिससे 1320 मेगावॉट विद्युत का उत्पादन होगा। सरकार ने यह तय किया है कि मार्च, 2023 तक यहां पर 660 मेगावॉट की पहली यूनिट कार्य करना प्रारम्भ कर दे। जून, 2023 तक दूसरी यूनिट को पूरा करते हुए विद्युत उत्पादन का कार्य शुरू हो जाए। यह विद्युत उत्पादन संयंत्र एटा को एक नई पहचान देगा। साथ ही, यहां के विकास में बड़ी भूमिका का निर्वहन करेगा। मुख्यमंत्री ने इसके लिए जनपद एटावासियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में विभिन्न विकास एवं जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किये। उन्होंने कुछ युवाओं को स्मार्ट फोन वितरित किये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद एटा की पहचान विकास से होती है। जनपद एटा में मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य अन्तिम चरण में है। एटा के जलेसर में बनने वाले घंटे देश व दुनिया में धार्मिक अनुष्ठानों में बजकर यहां का स्मरण सभी को कराते हैं। यहां की घंटी बजे बिना कोई अनुष्ठान पूरा नहीं होता है। एक जनपद एक उत्पाद योजना में प्रदेश सरकार ने जनपद एटा के साथ इसे जोड़ा है। जनपद अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मन्दिर निर्माण के बाद मन्दिर पर लगाने के लिए जनपद एटा में एक भव्य घण्टा बनना है। इसकी आवाज सनातन धर्म के डंके को देश तथा दुनिया में पहुंचाने का कार्य करेगी। राज्य सरकार जनपद एटा को नई पहचान दिलाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। यहां के जनप्रतिनिधि तथा प्रशासन आपकी सुरक्षा के प्रति मजबूती से खड़े हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपनी विरासत पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में इस संकल्प के साथ सभी को जोड़ा है। सभी भारतवासी आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में 75 वर्षों की सफलता की कहानी के साक्षी बन रहे हैं। 75 वर्षों की यह यात्रा इस रूप में अनुपम है कि भारत इस वर्ष ब्रिटेन को पीछे कर दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है। यह भारत की प्रगति की नई कथा कहती है। आधारभूत संरचना के कार्य, हाईवे, पावर प्लाण्ट, एयरपोर्ट, मेडिकल कॉलेज, एक्सप्रेस-वेज आदि के निर्माण, यह सभी विकास की नई कहानी कहते हैं। यह विकास की गति को तीव्रता प्रदान करते है। शासन की विभिन्न लोककल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनमानस को उसके द्वार पर बिना किसी भेदभाव के पहुंचाने का कार्य हो रहा है।