लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई दिल्ली में उत्तर प्रदेश के विकास कार्यों के सम्बन्ध में केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी तथा केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह से भेंट की।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय मंत्रियों के साथ ब्रज क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के सम्बन्ध में बैठक की। उन्होंने ब्रज विकास परियोजना के सम्बन्ध में व्यापक विचार-विमर्श किया। उन्होंने केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री से 361 किलोमीटर लम्बी ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा परियोजना, 52 किलोमीटर लम्बी ब्रज तीर्थ पथ परियोजना एवं 72 किलोमीटर लम्बी गोवर्धन कनेक्ट परियोजना से जुड़े बिन्दुओं पर विचार मंथन किया।
सीएम योगी ने केन्द्रीय रेल मंत्री से लगभग 12 किलोमीटर लम्बे मथुरा-वृन्दावन रेल मार्ग को वैकल्पिक यातायात मार्ग के रूप में विकसित किये जाने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया। ज्ञातव्य है कि मथुरा-वृन्दावन के मध्य स्थित यह रेल मार्ग वर्तमान में अनुपयोगी सिद्ध हो रहा है। इस मार्ग की भूमि का उपयोग मथुरा और वृन्दावन के बीच वैकल्पिक यातायात मार्ग को विकसित किये जाने के लिए हो सकता है। इसके दृष्टिगत मथुरा-वृन्दावन रेलवे लाइन पर लाइट रेल ट्रांजिट सिस्टम (एल0आर0टी0एस0) का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने केन्द्रीय रेल मंत्री से मथुरा जंक्शन पर टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेण्टर के निर्माण के सम्बन्ध में वार्ता की। उल्लेखनीय है कि जनपद मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े स्थलों पर देश-विदेश से बड़ी संख्या में पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं का आगमन होता है। इनमें ट्रेन के माध्यम से आने वाले यात्रियों की संख्या सर्वाधिक होती है। रेलवे स्टेशन पर टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेण्टर के निर्माण से मथुरा आने वाले यात्रियों को सुविधा होगी। केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री से वृन्दावन-मथुरा-गोकुल को जोड़ते हुए यमुना नदी पर जलमार्ग विकसित किये जाने के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया। इस जलमार्ग के विकास से मथुरा, वृन्दावन एवं गोकुल तीर्थ स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को सुगमता होगी। केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री से ब्रज क्षेत्र के पौराणिक तथा ऐतिहासिक धरोहरों के पुनरुद्धार तथा पुनर्प्रतिष्ठा के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की। ज्ञातव्य है कि ब्रज क्षेत्र की धार्मिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक महत्व के धरोहरों की पुनर्प्रतिष्ठा हेतु राज्य सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है।