- कहा- कांग्रेस में अब नेतृत्व क्षमता नहीं रह गई है
- उनके कंधे इतने मजबूत नहीं जो पार्टी की उदासीनता का भार उठा सकें
नई दिल्ली। मंगलवार को कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कानून मंत्री अश्वनी कुमार ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को मंगलवार सुबह अपना इस्तीफा भेजा और मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे पार्टी से बाहर रहकर अच्छे तरीके से काम कर सकते हैं। उन्होंने कांग्रेस को बाय-बाय कहते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस में अब नेतृत्व का दम नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वह पार्टी नहीं है जो वह थी, हमारे पास पार्टी का नेतृत्व करने के लिए एक परिवर्तनकारी और प्रेरक नेतृत्व नहीं है। उन्होंने न तो राजनीति छोड़ी है और न ही जनता की सेवा, वे देश के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करते रहेंगे। पार्टी को छोड़ना एक दर्द भरा फैसला था। काफी लंबा विचार किया और महसूस किया कि आज जिस तरह से कांग्रेस की आंतरिक प्रक्रियाएं चल रही हैं, वे अपनी गरिमा और आत्मसम्मान के अनुरूप अब और आगे नहीं बढ़ सकता। उनके कंधे इतने मजबूत नहीं हैं कि उदासीनता का भार उठा सकें। बता दें कि अश्वनी कुमार संप्रग सरकार में कानून मंत्री थे। वह 2002 से 2016 तक तीन बार राज्यसभा के सदस्य रहे। वह अतिरिक्त सॉलीशीटर जनरल भी रह चुके हैं। पंजाब में बीस फरवरी को होने वाले मतदान से ठीक पहले उनके इस्तीफे को लेकर कांग्रेस को बड़ा झटका माना जा रहा है।