- उत्तर प्रदेश में कानून का नहीं, चल रहा है गुंडाराज
- ब्राह्मणों पर किए जा रहे फर्जी मुकदमे दर्ज, मारा जा रहा है फर्जी एनकाउंटर में
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश में 2022 चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां अब तेज हो गई हैं। एक तरफ जहां जातिगत जनगणना की बात उठ रही है तो दूसरी ओर जाति के आधार पर उत्पीड़न किए जाने के आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश को मथने के लिए प्रबुद्ध वर्ग समाज संगोष्ठी आयोजित करने का अभियान छेड़ रखा है। इसी क्रम में मंगलवार की शाम को बसपा के महासचिव सतीश चन्द्र मिश्रा गाजियाबाद पहुंचे। यहां इन्दिरा प्रियदर्शनी पार्क में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग समाज की संगोष्ठी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समाज भाजपा के अत्याचारों से दुखी है। ब्राह्मण समाज ही भाजपा को सत्ता से बाहर करने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरका में ब्राह्मणों का सबसे अधिक शोषण हुआ है। जाति पूछकर हत्या कराई जा रही हैं। झूठे मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। फर्जी एनकाउंटर किए जा रहे हैं। और न जाने क्या-क्या कुचक्र भाजपा रच रही है। उन्होंने कहा कि अब ब्राह्मणों पर और अत्याचार नहीं सहा जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का 16 प्रतिशत ब्राह्मण 2007 की तरह ही मायावती को 2022 में मुख्यमंत्री बनाने का काम करेगा। सतीश चन्द्र मिश्रा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी सरकार में सात सौ से ज्यादा ब्राह्मणों के एनकाउंटर किए गए। कानपुर के बिकरु कांड के आरोपी को बांधकर गाड़ी पलटाकर मारा गया है। इस सकार में कानून का राज नहीं बल्कि गुंडाराज चल रहा है। उन्होंने कहा वर्ष 2007 में बसपा की सरकार जब बनी थी तो बसपा प्रमुख मायावती ब्राह्मण समाल के लोगों को न केवल बड़े मंत्रालय दिए बल्कि 15 विधान परिषद सदस्य भी ब्राह्मण समाज के बनाने का काम किया। भाजपा ने ब्राह्मण समाज के साथ छल किया है। शोषण करने के अलावा कुछ नहीं किया। आज किसान सड़कों पर बैठकर न्याय की भीख मांग रहा है और यह सरकार कानों में रुई डालकर सोई हुई है। किसान आंदोलन में पांच सौ से अधिक किसान मर चुके हैं। लेकिन भाजपा सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि बसपा तो भाजपा का असली चेहरा जनता के सामने लाने का काम कर रही है। उन्होंने ब्राह्मण समाज को आगह करते हुए भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
अभिभावकों के मुद्दे को राज्यसभा में उठाने की मांग
गाजियाबाद पेरेंट्स एसोसिएशन द्वारा बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा को अभिभावकों की आवाज राज्यसभा में उठाने और शिक्षा के महत्वपूर्ण मुद्दे को आगामी 2022 के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने के लिये ज्ञापन सौंपा। जीपीए ने ज्ञापन के माध्य्म से पिछले 500 से भी ज्यादा दिन से बंद उत्तर प्रदेश के निजी स्कूलों द्वारा पूरी फीस वसूलने के मुद्दे पर प्रदेश सरकार की उदासीनता से अवगत कराते हुये अभिभावकों की आॅन लाइन शिक्षा की फीस (ट्यूशन फीस का 50 प्रतिशत ) कराने की आवाज को राज्यसभा के माध्य्म से प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी तक पहुंचाकर समाधान और शिक्षा के महत्वपूर्ण मुद्द को आगामी 2022 के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करने के लिए अनुरोध किया।