- साढ़े पांच सौ सैम्पलों के परीक्षण में किसी में भी डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि नहीं
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा कोविड नियंत्रण के सम्बन्ध में अपनायी जा रही रणनीति अत्यन्त कारगर सिद्ध हो रही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रदेशों में कोरोना वायरस के नये वैरिएंट के प्रकाश में आने के दृष्टिगत राज्य में निरन्तर सावधानी बरती जाए। संक्रमण से बचाव के लिए लोगों को लगातार जागरूक किया जाए। लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के दौरान सीएम योगी को अवगत कराया गया कि 24 घंटों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 174 नए मामले प्रकाश में आए हैं। इसी अवधि में 254 संक्रमित व्यक्तियों का सफल उपचार करके डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में संक्रमण के एक्टिव मामलों की संख्या 2,946 है। कुल 2,37,783 कोरोना टेस्ट किये गये हैं। राज्य में अब तक 5 करोड़ 75 लाख 86 हजार 240 कोविड टेस्ट किए गए हैं। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.5 प्रतिशत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में विशेषज्ञों के भविष्य के आकलनों के दृष्टिगत चिकित्सा सुविधाओं को सुदृढ़ किये जाने का कार्य तेजी से किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदों में पीकू व नीकू बेड तीव्र गति से स्थापित किये जाएं। सीएम योगी ने कहा कि कोरोना वायरस की लड़ाई में कोविड प्रोटोकॉल का अक्षरश: पालन करना होगा, क्योंकि थोड़ी सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। मास्क के अनिवार्य उपयोग, दो गज की दूरी, स्वच्छता और सैनिटाइजेशन जैसे कोविड बचाव सम्बन्धी व्यवहार को पूरी तरह अपनाना होगा। कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए इसके लिए पुलिस द्वारा प्रभावी पेट्रोलिंग की जाए। सीरो सर्वे के प्रारम्भिक परिणाम अच्छे संकेत देने वाले हैं। सर्वेक्षण में 60 से 70 फीसदी लोगों में हाई लेवल एंटीबॉडी की पुष्टी हुई है। कोरोना वायरस के परीक्षण के लिए प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा बढ़ाई जा रही है। आई0जी0आई0बी0, नई दिल्ली में कराए गये साढ़े पांच सौ सैम्पल परीक्षण में किसी में भी कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है। 80 प्रतिशत सैम्पल कोविड की दूसरी लहर के डेल्टा वैरिएंट के ही पाए गये हैं।