जैन समाज गाजियाबाद ने महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक धूमधाम से मनाया

- रथ यात्रा व कवि सम्मेलन का भी किया गया आयोजन
गाजियाबाद। जैन समाज गाजियाबाद ने महावीर स्वामी का जन्म कल्याणक धूमधाम से मनाया। महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक के महामहोत्सव पर रथ यात्रा निकाली गई। पात्रों का चयन कूपन द्वारा किया गया जिससे कि बड़े छोटे का भेद भाव न रहे जिसका भाग्य जोर मारेगा वही श्री जी के रथ पर श्री जी को लेकर बैठेगा। इसी तरह अन्य पात्रों का भी चयन किया गया। गत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी श्रीजी के दो रथ थे जिससे लोगों में बहुत उत्साह था तथा लोग भारी संख्या में रथ के पीछे चल रहे थे। रथ यात्रा में भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अच्छी व्यवस्था कर रखी थी जिससे शांतिपूर्ण तरीके से रथ यात्रा निकाली जा सकी।
श्री जी की सवारी लगभग 11 बजे श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर कविनगर से बड़े ही धूमधाम से निकाली गई जिसमें भारी संख्या में बैंड, झॉंकी, वग्घी, ताशे, श्री जी के दो रथ, दर्जनों घुड़सवार के साथ साथ भारी संख्या में धर्म प्रेमी बंधु मौजूद थे। यह शोभा यात्रा श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर कविनगर से निकलकर नेहरु नगर के विभिन्न ब्लॉकों ए,बी,सी ब्लॉक सहित अनेक ब्लॉक के साथ साथ बसंत रोड आदि से होते हुए वापस कवि नगर जैन मन्दिर पहुँची। इस रथ यात्रा में साथ चल रहे धर्म प्रेमी बंधुओं का रास्ते में जैन समाज के लोगों ने अपने घरों के सामने जैन समाज के लोगों का जलपान खाना पीना के साथ साथ सभी लोगों का दिल खोलकर स्वागत किया। कविनगर जैन मंदिर पर श्रीजी का अभिषेक किया गया उसके उपरांत उन्हें मंदिर में प्रतिष्ठित कर दिया गया। इस अवसर पर अध्यक्ष सुभाष जैन, मंत्री प्रदीप जैन, जम्बू प्रसाद जैन, कोषाध्यक्ष सतीश जैन, जैन समाज के प्रवक्ता अजय जैन, सुखवीर जैन, फकीर चंद जैन, सुनील जैन सी ए, अतुल जैन, साधना जैन, स्नेहा जैन, अशोक जैन, सतपाल जैन आदि का विशेष सहयोग रहा।
रथ यात्रा से बढ़ती है धर्म की प्रभावना, भगवान स्वयं जाते हैं दर्शन देने
जैन समाज के प्रवक्ता अजय जैन ने बताया कि रथ यात्रा निकालने से धर्म की प्रभावना बढ़ती है तथा घर घर तक भगवान पहुँचते हैं जो बुजुर्ग लोग या अपंग लोग मंदिर में आ करके भगवान जी के दर्शन नहीं कर पाते हैं। उन्हें भी भगवानजी के दर्शन हो जाते हैं। यह बड़े ही सौभाग्य की बात है जो इस रथ यात्रा में शामिल होते हैं।


कवि सम्मेलन में कवियों ने काव्य पाठ से बांधा समां
इस अवसर पर जैन कवि सम्मेलन का आयोजन भी पूर्व संध्या पर किया गया जिसमें डॉ.कमलेश जैन तिजारा, अंजू जैन, सुनहरी लाल तुरंत, संकल्प जैन, दीपाली जैन, काव्या जैन, सानवी जैन आदि ने शिरकत की। इस अवसर पर मंच संचालन दीपाली जैन ने किया जिन्होंने जैन धर्म पर कविता पाठ करके सभी को भाव विभोर कर दिया। सभी कवियों ने श्रोताओं की भरपूर तालियाँ का आनन्द लिया। इस अवसर पर डॉक्टर कमलेश जैन ने इंडिया नहीं भारत देश हमारा है, हम अहिंसक हैं कमजोर नहीं पर भरपूर तालियां बटोरी। उन्होंने शिखर जी और गिरनार जी पर भी कविता पाठ करके सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया, अंजू जैन ने बेटियों और माँ बाप के प्रति बच्चों के कर्तव्यों पर कविता पाठ के द्वारा सुन्दर प्रस्तुति दी जिसने सभी को खड़े होकर तालियाँ बजाने पर मजबूर कर दिया। बाल कवियित्रीयों ने अपनी अपनी कविता के द्वारा सुंदर प्रस्तुति दी जिसका सभी ने दिल खोलकर प्रशंसा की ।