नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी पुलिस-सेना के जवानों के साथ-साथ कश्मीरी पंडितों को निशाना बना रहे हैं। शुक्रवार सुबह पुलवामा में आतंकियों ने एसपीओ को घर में घुसकर गोली मार दी। गंभीर हालत में एसपीओ को अस्पताल में ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई। कश्मीर में 24 घंटों के अंदर हत्या की यह दूसरी घटना है। इसके बाद घाटी में तनाव की स्थिति पैदा हो गई है और जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। बडगाम में गुरुवार शाम आतंकियों ने चडूरा तहसीलदार आॅफिस के क्लर्क राहुल भट्ट को आॅफिस में घुसकर गोली मार दी। मौके पर मौजूद लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनकी मौत हो गई। शुक्रवार को पुलवामा के गुदूरा में आतंकियों ने एसपीओ रियाज अहमद के घर में घुस गए और उन पर फायरिंग कर दी। उधर, राहुल भट्ट का शुक्रवार सुबह बनतालाब में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह, डिविजनल कमिश्नर रमेश कुमार, डिप्टी कमिश्नर अवनी लवासा सहित काफी संख्या में लोग मौजूद रहे। वहीं, मौके पर पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र रैना का लोगों ने विरोध किया।
राहुल भट्ट की पत्नी मीनाक्षी ने पुलिस को बताया कि आतंकियों ने आॅफिस में जाकर पूछा राहुल भट्ट कौन है और गोली चला दीं। कोई कर्मचारी ही आतंकियों से मिला था, तभी राहुल का नाम आतंकियों को पता था। उन्होंने बताया कि राहुल लगातार ट्रांसफर की मांग कर रहे थे, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी।