- सरस्वती और रामा मेडिकल कॉलेज में हुई कोर कमेटी की बैठक
हापुड़। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश सिंह ने बृहस्पतिवार को एनएच-9 स्थित रामा मेडिकल कॉलेज और सरस्वती इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंस में कोर कमेटी के साथ बैठक की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डा. सिंह ने मेडिकल कॉलेज के स्टाफ को राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही यह निर्देश भी दिए कि मेडिकल कॉलेज में टीबी की जांच के ल?िए आने वाले हर व्यक्ति की निशुल्क जांच की जाए और क्षय रोग की पु?ष्टि होने पर उसे निशुल्क उपचार उपलब्ध कराया जाए। डीटीओ ने सरस्वती इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंस (सिम्स) में संचालित डीआरटीबी (ड्रग रेसिस्टेंट टीबी) सेंटर का भी निरीक्षण किया।
डीटीओ ने कोर कमेटी की बैठक में निर्देश दिए कि टीबी की जांच के लिए आने वाले हर व्यक्ति का निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण जरूरी है। लक्षणों के आधार पर टीबी की जांच करने के बाद यदि व्यक्ति को बीमारी की पुष्टि नहीं होती तो निक्षय पोर्टल पर इस बात की जानकारी अपडेट की जाए और यदि जांच में बीमारी की पुष्टि होती है तो उसका निशुल्क उपचार शुरू किया जाए। उपचार शुरू होने के साथ मरीज को निक्षय पोषण योजना के तहत हर माह पांच सौ रुपए डीबीटी के माध्यम से प्राप्त होते हैं, इसके लिए मरीज को अपने आधार नंबर और उसके बैंक खाते की जानकारी देनी होती है। लिहाजा क्षय रोग की पुष्टि होने पर मरीज की बैंक पासबुक की कॉपी प्राप्त कर ली जाए।
रामा मेडिकल कॉलेज में हुई कोर कमेटी की बैठक में कॉलेज के प्राचार्य डा. बीपी सिंह, टीबी-चेस्ट विभाग के नोडल डा. राजेंद्र सैनी, महिला रोग विशेषज्ञ डा. सुरभि, बाल रोग विशेषज्ञ डा. प्रियंका, डा. आरुषि और डा. इरा सिंह मौजूद रहीं। सिम्स में हुई कोर कमेटी की बैठक में प्राचार्य डा. आरसी पुरोहित, उप-प्राचार्य डा. सौरभ गोयल, टीबी-चेस्ट विभाग के नोडल डा. सिद्धार्थ सिंह, डा. राहुल सचान और बाल रोग विशेषज्ञ डा. योगेश गोयल मौजूद रहे। डीटीओ डा. राजेश सिंह ने मेडिकल कॉलेज में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों, मेडिकल कॉलेज स्टाफ और छात्रों को टीबी के बारे में विस्तार से जानकारी दी और इस कलंक को मिटाने में सहयोग करने की अपील भी की।
जिला पीपीएम कोर्डिनेटर सुशील चौधरी ने समाज से क्षय उन्मूलन के लिए लोगों को जागरूक करने के साथ ही संभावित क्षय रोगियों को जांच और उपचार के लिए प्रेरित करने की अपील की। डीटीओ ने मेडिकल कॉलेज में क्षय रोगियों को निशुल्क दी जा रहीं सुविधाओं का जायजा भी लिया।