- बूथ प्रबंधन पर दिया विशेष जोर, प्रत्याशियों की जीत का बताया आधार
- कार्यकर्ताओं में किया ऊर्जा का संचार, कहा-जीत का श्रेय बूथ व सेक्टर के कार्यकर्ताओं को दूंगी
गाजियाबाद। जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर चुनाव रोचक होता जा रहा है। गाजियाबाद में आज दो बड़े नेताओं की सभा थीं। चार बार की मुख्यमंत्री रही बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने मेरठ मंडल के सभी उम्मीदवारों की एक जनसभा कविनगर रामलीला मैदान में की। हेलीकाप्टर से कविनगर रामलीला मैदान में पहुंची मायावती की एक झलक पाने और उनके भाषण को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग बहुंचे। बसपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी शमसुददीन राइन कई दिनों से जनसभा की तैयारी में लगे हुए थे। जिला निर्वाचन अधिकारी ने एक हजार लोगों तक की जनसभा को मंजूरी दी थी। लेकिन सभास्थल पर बसपा प्रमुख को सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। दलित समाज की एकक्षत्र नेत्री मायावती को लेकर आज की सभा में वैसे ही क्रेज देखा गया जब वे उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं। दूर-दूर से दलित, मुस्लिम व अन्य वर्गों के लोग सभास्थल पर पहुंचे। बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी के सभी प्रत्याशियों को जिताने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में उन्होंने किसी से गठबंधन नहीं किया है क्योंकि अन्य सभी पार्टियां एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक बूथ प्रभारी की जिम्मेदारी होगी कि वह अपने बूथ से पार्टी प्रत्याशी को जिताने का कार्य करे। उन्होंने कहा कि विरोधी आप लोगों के बीच आएंगे, तरह-तरह के प्रलोभन देंगे लेकिन आपको उन प्रलोभनों में नहीं आना है। पोलिंग बूथ कमेटी को सेक्टर कमेटी के साथ मिलकर कार्य करना है। सभी लोगों को पार्टी के प्रत्याशी को भारी वोटों से जिताना होगा। यदि संगठन व कैडर के लोग अपनी जिम्मेदारी को निभाने में कामयाब हो गए तो बसपा के सभी प्रत्याशियों की जीत निश्वित है। उन्होंने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हुए कहा कि पार्टी प्रत्याशी के जीतने का श्रेय किसी और को नहीं सिर्फ व सिर्फ बूथ व सेक्टर के कार्यकर्ताओं को दिया जाएगा। प्रत्याशी को भी जीत का श्रेय नहीं दूंगी। उनकी यह बात कहते ही पंडाल में मायावती जिंदाबाद के नारे लगने लगे। कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार हो गया। अपना भाषण समाप्त करने के बाद मायावती ने मेरठ मंडल के सभी प्रत्याशियों के साथ कुछ देर तक बैठक की और उन्हें जीत का मंत्र दिया। इसके बाद वे हेलीपेड तक गाड़ी से पहुंची और हेलीकाप्टर से भीड़ का अभिवादन स्वीकार किया। मायावती की रैली को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजार किए गए थे।