- अस्पताल की कोरोना उपचार व्यवस्था की जानकारी ली
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद बागपत में जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर अस्पताल की कोरोना उपचार व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के उपरान्त, मुख्यमंत्री ने मीडिया के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विगत लगभग दो वर्षों से पूरा देश कोरोना महामारी से प्रभावित रहा है। भारत का कोरोना प्रबन्धन दुनिया में सबसे अच्छा साबित हुआ है। इसके माध्यम से लोगों के जीवन एवं जीविका को बचाने की व्यवस्था कारगर सिद्ध हुई है। देश में बनी दोनों वैक्सीन दुनिया की सबसे प्रभावी वैक्सीन में से हैं। उन्होंने कहा कि भारत के कोविड प्रबंधन की सराहना पूरी दुनिया में हुई। देश के सर्वाधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी बेहतर कोरोना प्रबन्धन हुआ। इस दौरान कई ऐसे मॉडल भी खड़े हुए, जिसकी सर्वत्र सराहना हुई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण से डरने और भागने की नहीं, बल्कि इससे बचने के लिए सतर्कता और सावधानी की आवश्यकता है। कोरोना संक्रमण से बचने के लिए भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन किया जाना चाहिए। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए बहुत शीघ्र थर्ड वेव पर प्रभावी नियंत्रण करने में सफलता प्राप्त होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की सेकेंड वेव के बाद अगस्त से सितंबर माह तक थर्ड वेव के आने की आशंका स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा व्यक्त की गई थी। इस पर नियंत्रण के लिए पहले से इंतजाम किए गए थे। प्रदेश में गठित 72 हजार निगरानी समितियां डोर-टू-डोर जाकर संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित करती थीं, उन्हें मेडिसिन किट उपलब्ध कराती थीं, 24 घंटे के अंतर्गत कोरोना संक्रमण की जांच कराती थीं। संक्रमित पाए जाने वाले व्यक्तियों का आवश्यकतानुसार होम आइसोलेशन अथवा अस्पताल में उपचार कराया जाता था। परिणामस्वरूप माह अगस्त-सितंबर में कोई थर्ड वेव नहीं आयी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माह दिसंबर-जनवरी में थर्ड वेव के लक्षण देखने को मिले। पूरी दुनिया थर्ड वेव से प्रभावित है। प्रदेश में थर्ड वेव नियंत्रण में है और आगामी 10 दिनों में इस पर पूरी तरह नियंत्रण किया जा सकता है, इसमे कोई संदेह नहीं रहा। उन्होंने कहा कि थर्ड वेव में संक्रमण को नियंत्रित करने में वैक्सीनेशन ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वैक्सीनेशन के कारण संक्रमित व्यक्तियों पर संक्रमण का असर कम हुआ है। इसके कारण इस वेव में कुल एक्टिव केस के केवल एक प्रतिशत लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ी है। वर्तमान में जनपद बागपत में कोरोना संक्रमण के कुल 207 एक्टिव मामलों में से केवल तीन मरीज अस्पताल में भर्ती हैं, उनकी स्थिति भी सामान्य है। शेष लोगों को होम आइसोलेशन में निगरानी समितियों की देखरेख तथा इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर से संवाद के माध्यम से उपचार की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में अब तक 25 करोड़ 70 लाख वैक्सीन की डोज दी गई है। 10 करोड़ 5 लाख से अधिक वैक्सीन की सेकेंड डोज दी जा चुकी है। 99 प्रतिशत से अधिक पात्र लोगों को कोविड वैक्सीन की प्रथम डोज प्रदान की जा चुकी है। लगभग 70 प्रतिशत पात्र लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज उपलब्ध करा दी गई है। जनपद बागपत में लगभग 98 प्रतिशत पात्र लोगों ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ले ली है। यहां 80 प्रतिशत से अधिक लोग वैक्सीन की दूसरी डोज भी प्राप्त कर पूरी तरह से वैक्सीनेट हो गए हैं। जनपद बागपत में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान प्रभावी ढंग से चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी पात्र लोगों को कोरोना वैक्सीनेशन कराना चाहिए, क्योंकि कोरोना वैक्सीन इसके संक्रमण के प्रति एक अच्छा सुरक्षा कवच प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि 15 से 17 वर्ष आयुवर्ग के लगभग 64 प्रतिशत नवयुवकों तथा प्रिकॉशन डोज के लिए चिन्हित लगभग 88 प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को वैक्सीन की डोज उपलब्ध करा दी गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आॅक्सीजन में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए प्रदेश में 551 नए आॅक्सीजन प्लांट लगाये गये। वर्तमान में प्रदेश का हर जनपद आॅक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भरता प्राप्त कर चुका है। प्रदेश के प्रत्येक जनपद में पर्याप्त संख्या में आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित किए गए हैं। जनपद बागपत में 6 आॅक्सीजन प्लाण्ट स्थापित हुये हैं, यह सभी क्रियाशील हैं।