- क्षेत्र के लोगों की आंखें हुर्इं नम, भारत माता के जयकारों से गूंज उठा मुरादनगर
गाजियाबाद। 16 साल बाद सेना के जवान अमरीश त्यागी का पार्थिव शरीर मुरादनगर लाया गया। सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। भारत माता के जयकारों के साथ क्षेत्रवासियों ने अपने जवान के पार्थिव शरीर का स्वागत किया।
दरअसल 2005 में गंगोत्री हिमालय की चोटी सतोपंथ पर तिरंगा फहराकर सेना का जवान अमरीश त्यागी लौट रहा था। रास्ते में पैर फिसलने के कारण वह व उनके तीन अन्य साथी गहरी खाई में गिर गए थे। उस दौरान एक जवान का शव नहीं मिला था। अमरीश त्यागी मुरादनगर के गांव हिसाली के रहने वाले थे। गांव हिसाली पहुंचकर सपा के महानगर अध्यक्ष राहुल चौधरी व अन्य कार्यकर्ताओं ने शहीद अमरीश त्यागी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि शहादत कभी नहीं पिघलती है। 16 साल बाद अमरीश त्यागी का पार्थिव शरीर मिला है। अमरीश त्यागी द्वारा भारत माता की रक्षा और उसके सम्मान के लिए दिए गए योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।