- उत्तराखंड के राज्यपाल ले. जन. (से.नि.)गुरमीत सिंह ने किया देश के 25 उत्कृष्ट सेवा विभूतियों को सम्मानित
नई दिल्ली। अपने जीवन भर की कमाई को निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा के लिए अर्पित करने वाले दानवीरों का जनपथ रोड स्थित डा. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में सेवा भारती द्वारा सेवा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें समाज में अपने उल्लेखनीय कार्य हेतु रतन टाटा एवं चलासनी बाबू राजेंद्र प्रसाद को संयुक्त रूप से सेवा रत्न सहित 24 अन्य दानवीरो को उत्तराखंड के राज्यपाल ले. जन. (से.नि.)गुरमीत सिंह द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री वी.के सिंह, संत प्रधुमन, कुलभूषण आहूजा, प्रान्त प्रचारक पराग अभयंकर सहित विशिष्ट व्यक्ति मौजूद रहे। समारोह में रतन टाटा और चलसानी बाबू राजेंद्र प्रसाद के सेवा रत्न सहित सीबीआर प्रसाद विजयवाड़ा, समता फाउंडेशन मुंबई (अजंता फार्मा), अमूल, श्याम सुंदर अग्रवाल (मिल्क फूड्स), यामानी जयपुरिया (कॉस्मो ग्रुप), अशोक अग्रवाल (ग्लोब कैपिटल), रोशनी नादर, रघुपति सिंघानिया (जेके ग्रुप), सूर्य फाउंडेशन, निगम बोध घाट को सेवा भूषण से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में सेवा के क्षेत्र में अनुपम उदाहरण प्रस्तुत करने वाले लगभग 500 चयनित सेवा विभूतियों को भी आमंत्रित किया गया था। इस संबंध में सेवा भारती के अध्यक्ष रमेश अग्रवाल ने कहा कि भारतीय संस्कृति की वसुंधरा में महर्षि दधीची, राजा बलि, दानवीर कर्ण व भामाशाह समेत अनेक कोपलें फूटी जिन्होंने राष्ट्रसेवा के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। भारतवर्ष में आज भी उस परंपरा का अनुसरण हो रहा है, जिसके आधार पर लाखों वंचितों व उपेक्षितों तक विभिन्न माध्यमों से सहायता और सहयोग पहुंच रहा है। समाज ऐसी सेवा विभूतियों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करता है। इसी परंपरा का अनुसरण करते हुए सेवा भारती 1979 से अपने ध्येय वाक्य नर सेवा, नारायण सेवा को आधार मानकर जन-कल्याण के प्रयासों में अनवरत लगी हुई है। अपने कुछ प्रयासों, जैसे सेवाधाम विद्या मंदिर, बालवाड़ी, गोपालधाम, डायलिसिस और डायग्नोस्टिक सेंटर, चल-चिकित्सालय, स्ट्रीट चिल्ड्रेन प्रोजेक्ट, महिला स्वावलंबन कार्यक्रम, कंप्यूटर शिक्षा, मातृछाया, अपराजिता और कुष्ठ निवारण आदि प्रकल्पों के माध्यम से वंचित व उपेक्षित समाज का जीवनस्तर उठाने का छोटा सा प्रयास कर रही है।