गाजियाबाद। काईट स्कूल आफ मैनेजमेंट द्वारा एडवांसिंग मैनेजमेंट इनोवेशन, एंगेजमेंट एंड इम्पैक्ट इन पोस्ट कोविड युग पर आॅनलाइन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एसडब्ल्यूओएसयू (यूएसए), नमनगन इंस्टीट्यूट आॅफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी-उजबेकिस्तान और इंडो-गल्फ मार्केटिंग एसोसिएशन-दुबई के सहयोग से सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ. विनीता एस सहाय (निदेशक-आईआईएम बोधगया) और मुख्य वक्ता डॉ. एपी मोहम्मद इस्मिद एमडी, प्रो.वीसी (इंटरनेशनल) यूनिवर्सिटी टैक्नोलॉजी मलेशिया, ममत्कारिमोव दिलजोन, रेक्टर, नमनगन इंस्टीट्यूट आॅफ इंजीनियरिंग एंड टैक्नोलॉजी, उज्बेकिस्तान, जोना मायर्स, (स्नातक कार्यक्रमों के निदेशक- एवरेट डॉब्सन स्कूल आॅफ बिजनेस एंड टैक्नोलॉजी, एसडब्ल्यूओएसयू, यूएसए), डॉ. मोहन अग्रवाल (अध्यक्ष, आईजीएमए), इंडो गल्फ मार्केटिंग एसोसिएशन, दुबई द्वारा किया गया ।
डॉ. (कर्नल) ए गर्ग, निदेशक-केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस, डॉ. मनोज गोयल संयुक्त निदेशक और डॉ. आर श्रीनिवासन (एचओडी-एमबीए और सम्मेलन अध्यक्ष) ने वर्चुअल बुके देकर विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया।
अपने संबोधन में, डॉ. विनीता एस. सहाय ने भारत में संगठनात्मक स्थिति के विभिन्न उदाहरणों का हवाला देते हुए वर्तमान समय में विशेष रूप से कोविड19 की पहली और दूसरी लहर के बाद प्रबंधन को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया। डॉ. एपी मोहम्मद इस्मिद एमडी सैद ने युवा प्रबंधकों को नवाचार पर ध्यान केंद्रित करके वास्तविक समय प्रबंधन सीखने के लिए प्रेरित किया। ममतकारिमोव दिलजोन ने संगठनों में प्रबंधन द्वारा उन्नति के महत्व पर प्रकाश डाला जो सभी को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर अग्रणी बनाने में मदद करेगा। जोना मायर्स ने संयुक्त राज्य अमेरिका में कोविड19 से मुकाबला करने के बारे में अपना अनुभव साझा किया और बताया कि कैसे उनके विश्वविद्यालय ने कोविड की चुनौतियों से पार पाया, साथ ही उन्होंने प्रबंधन छात्रों को उपयोगी व महत्वपूर्ण जानकारी दी। डॉ. मोहन अग्रवाल ने प्रतिभागियों को कोविड19 के कारण होने वाले परिवर्तनों का सामना करने, स्वीकार करने और उन्हें समझने के लिए शिक्षित किया। डॉ. श्रीनिवासन (एचओडी-एमबीए केआईईटी) ने प्रतिभागियों व अतिथियों का स्वागत किया और साथ ही सम्मेलन रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसमें उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन में 200 से भी अधिक शोध पत्र प्राप्त हुए थे, जिनमें से कुल 145 पेपर स्वीकार किए गए। यह शोध पत्र राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों द्वारा प्रस्तुत किए गए जिनमें से मुख्यत: संयुक्त राज्य अमेरिका, दुबई, ओमान, उजबेकिस्तान के साथ लगभग पूरे भारत से सहभागिता रही । इन पत्रों को बारह तकनीकी सत्रों में प्रस्तुत किया गया, जिनकी अध्यक्षता विभिन्न प्रतिष्ठित संगठनों के प्रख्यात शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं ने की। डॉ. मनोज गोयल (संयुक्त निदेशक) ने इस सम्मेलन के आयोजन के उद्देश्य और प्रबंधन में उन्नति की आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि धैर्य और समर्पण हमेशा जीतता है। डॉ. (कर्नल) ए गर्ग, (निदेशक- केआईईटी) ने सम्मेलन के विषय को व्यवहारिक रूप से समझने और वास्तविक समय में छात्रों की भागीदारी पर जोर दिया। डॉ. बिंकी श्रीवास्तव ने सभी प्रतिभागियों व अतिथियों को धन्यवाद प्रस्ताव प्रेषित किया। डॉ. मणि त्यागी और डॉ. अमित अरोड़ा के साथ संकाय के सभी शिक्षकों, स्टाफ सदस्यों और एमबीए विभाग के छात्रों ने इस सम्मेलन का सफलतापूर्वक समन्वय किया।