- टीबी की जल्दी पहचान से ही परबान चढ़ेगा टीबी उन्मूलन अभियान : डीटीओ
- मंगलवार को तगा सराय गेट पहुंची क्षय रोग विभाग की टीम
हापुड़। क्षय रोग (टीबी) विभाग की ओर से क्षय रोग उन्मूलन अभियान को गति देने के लिए जन आंदोलन गतिविधि का लगातार आयोजन किया जा रहा है। बता दें कि शासन के निर्देश पर क्षय रोग के लिहाज संवेदनशील क्षेत्र में विभाग को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि आम जन को क्षय रोग और उसकी पहचान व उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हो सके। इसका बड़ा लाभ यह होगा कि क्षय रोगियों की पहचान जल्दी हो सकेगी। इससे एक ओर से उनका उपचार गंभीर अवस्था में पहुंचने से पहले शुरू हो सकेगा और दूसरी ओर परिवार के अन्य सदस्य के संक्रमित होने का खतरा भी काफी कम हो जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में विभाग की टीम मंगलवार को हापुड़ शहर के तगा सराय गेट इलाके में पहुंची। टीम में जिला पीपीएम समन्वयक सुशील चौधरी के अलावा एसटीएस गजेंद्र पाल सिंह, एसटीएलएस रामसेवक वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक हसमत अली और वरिष्ठ प्रयोगशाला पर्यवेक्षक बृजेश कुमार आदि शामिल थे। टीम ने तगा सराय गेट में स्थानीय लोगों को एकत्र करके टीबी जागरूकता कार्यक्रम ह्लजन आंदोलनह्व का आयोजन किया। इस मौके पर डीटीओ डा. सिंह ने विस्तार से टीबी के लक्षणों की जानकारी दी। साथ ही लक्षण आने पर तत्काल नजदीकी टीबी केंद्र पर जाकर स्पुटम (बलगम) जांच कराने की सलाह दी और साथ ही यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्षय रोग की जांच और उपचार पूरी तरह से निशुल्क उपलब्ध है। डीटीओ ने बताया कि जन आंदोलन के अगले चरण में मलिन बस्तियों में टीबी की जांच के लिए शिविर लगाए जाएंगे।सितंबर माह के टीबी और पोषण पर जोर दिया जाएगा जबकि अक्टूबर माह में क्षय उन्मूलन अभियान में बच्चों और युवाओं की भूमिका पर जन आंदोलन चलाया जाएगा। नवंबर माह में नगर निकाय क्षय रोग के प्रति जागरूकता कार्यक्रम चलाएंगे और स्क्रीनिंग कैंप लगाए जाएंगे, जबकि दिसंबर माह के दौरान जिलाधिकारी के नेतृत्व में कार्यस्थलों पर टीबी के खात्मे के लिए संवेदीकरण कार्यशाला आयोजित की जाएंगी। कार्यशाला के दौरान कर्मचारियों को टीबी के खात्मे की शपथ दिलाई जाएगी।