गाजियाबाद। कृष्णा पाथ इनक्यूबेशन सोसाइटी-टीबीआई को राष्ट्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी उद्यमिता विकास बोर्ड (एनएसटीईडीबी), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर पुरस्कार-2022 से सम्मानित किया गया है।
2007 में अपनी स्थापना के बाद से, कृष्णा पाथ इनक्यूबेशन सोसाइटी-टीबीआई ने विभिन्न ‘प्रौद्योगिकी-आधारित स्टार्ट-अप’ के इनक्यूबेशन के लिए जबरदस्त काम किया है। टीबीआई-केआईईटी को दिए गए सम्मान में एक ट्रॉफी और एक प्रमाण पत्र के साथ 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार भी शामिल है।
यह पुरस्कार केन्द्रीय राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह द्वारा टीबीआई-काईट को प्रदान किया गया। डा. जितेन्द्र सिंह वर्तमान में भारत के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)-विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)- पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के रूप में कार्यरत हैं। इस उत्कृष्ट उपलब्धि पर निदेशक-केआईईटी डा. ए.गर्ग और संयुक्त निदेशक डा. मनोज गोयल ने टीम टीबीआई-केआईईटी की दृढ़ता और प्रयासों की सराहना की और इस पुरस्कार को स्वर्गीय डा. सत्येंद्र शर्मा को समर्पित किया, जिन्होंने टीबीआई-केआईईटी को अभूतपूर्व ऊंचाइयों पर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
टीम की उपलब्धि की सराहना करते हुए, टीबीआई-केआईईटी के अध्यक्ष अतुल गर्ग ने स्वामी विवेकानंद को उद्धृत किया और कहा, सफलता केवल दृढ़ इच्छाशक्ति और अदम्य साहस से ही प्राप्त की जा सकती है। उच्च शिक्षा संस्थान भारत को आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं और टीबीआई को आत्मनिर्भर भारत के इस स्वप्न की प्राप्ति की नींव के रूप में देखा जाना चाहिए।
केआईईटी के उद्देश्य का उल्लेख करते हुए, डा. ए. गर्ग, निदेशक-केआईईटी ने कहा कि हम प्रौद्योगिकी शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए प्रतिबद्ध हैं, और हमारी जिम्मेदारी केवल छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान करने के साथ समाप्त नहीं होती है। हमारे लिए प्रौद्योगिकी शिक्षा जीवन और समाज को बदलने का एक माध्यम है। टीबीआई-केआईईटी के इस उद्देश्य को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है।
टीबीआई-केआईईटी उपलब्धियों की सूची अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों के साथ अति विशाल और समग्र है। 2007 में अपनी स्थापना के बाद से, टीबीआई- केआईईटी ने एग्रीटेक, आईसीटी, सौर प्रौद्योगिकी, अपशिष्ट प्रबंधन और इलेक्ट्रिक गतिशीलता में स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के 17 से अधिक उत्पादों का सृजन किया है। इसके साथ ही एक करोड़ से अधिक टर्नओवर वाले 17 स्टार्ट-अप तथा ऐसे स्टार्ट-अप जिन्होंने निवेशकों से 12.81 करोड़ रुपये का फंड जुटाया है, का भी उद्भव टी बी आई -काइट से हुआ है। इसके 7 स्टार्ट-अप/इनोवेटर्स के उत्पादों को विश्व की शीर्षस्थ कंपनियों द्वारा अधिग्रहित किया गया है।
केआईईटी के संयुक्त निदेशक डा. मनोज गोयल तथा अन्य सभी विभागों के डीन और प्रमुखों ने इस अवसर पर टीम टीबीआई-केआईईटी – सौरव कुमार (डीजीएम टीबीआई-केआईईटी), आशीष थोम्ब्रे, अवधेश कुमार और भूदेव चौहान को इस अभूतपूर्व सफलता की बधाई दी।