गाजियाबाद। एसोचैम नेशनल काउंसिल आन एजुकेशन ने नई दिल्ली में अपने 15वें अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा नेतृत्व एवं कौशल विकास शिखर सम्मेलन के दौरान केआईईटी ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस, दिल्ली-एनसीआर, गाजियाबाद को इंस्टीट्यूट आफ द ईयर- नॉर्थ के रूप में मान्यता दी गई है। यह पुरस्कार उत्तर प्रदेश के रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा प्रदान किया गया।
नई दिल्ली के होटल शांगरी-ला में ड्राइविंग इनोवेशन एंड इंस्पायरिंग माइंड्स थ्रू इंडस्ट्री एकेडेमिया एलायंस विषय पर आधारित शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन में यूजीसी एवं एआईसीटीई के अध्यक्ष समेत बाकी गणमान्य व्यक्ति तथा संबंधित हितधारक शामिल रहे। यूजीसी, एआईसीटीई, एनबीटी, एआईयू और एकेटीयू जैसे संगठन शिखर सम्मेलन में ज्ञान भागीदार के रूप में उपस्थित थे।
इस उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए पूरी केआईईटी टीम की सराहना करते हुए, डा. ए गर्ग (निदेशक-केआईईटी) ने कहा कि हम केआईईटी में, छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के अलावा, उन क्षेत्रों में ज्ञान का सही उपयोग करने के लिए विवेक प्रदान करना चाहते हैं जो आधुनिक दुनिया को समग्र उत्थान की दिशा में अग्रसर करें। संयुक्त निदेशक-केआईईटी, डा. मनोज गोयल ने संस्थान के उन सभी छात्रों को श्रेय दिया जिन्होंने विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया और उन्होंने आशा व्यक्त की कि वे शिक्षा के मानकों को ऐसे ही ऊपर उठाने का प्रयास करेंगे।
एसोचैम नेशनल काउंसिल आॅन एजुकेशन सरकार और संबंधित विभागों के सहयोग से काम करता है और साथ ही शैक्षणिक संस्थानों, शिक्षाविदों और हितधारकों को शिक्षा क्षेत्र के लिए नीतियां तैयार करने एवं और इस क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों के सार्थक समाधान खोजने में मदद करता है। इस तरह के शैक्षिक शिखर सम्मेलन का आयोजन उस सेवा का एक हिस्सा है जो एसोचैम शिक्षा के मानकों की बेहतरी के लिए करता है।
केआईईटी ग्रुप आॅफ इंस्टीट्यूशंस उत्तर प्रदेश राज्य में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में अग्रणी तकनीकी संस्थानों में से एक है तथा 1997 में अपनी स्थापना के बाद से शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख योगदानकर्ता रहा है। यह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ छात्रों का पोषण कर रहा है और उनका समर्थन कर रहा है ताकि वे अपनी क्षमता का पूरा उपयोग कर सकें। इसे एआईसीटीई, एनएएसी द्वारा ‘ए+’ ग्रेड के साथ अनुमोदित किया गया है तथा इसे प्रतिष्ठित ‘क्यूएस आई-गेज रैंकिंग’ पर ‘डायमंड’ दर्जा प्रदान किया गया जा चुका है। इस सम्माननीय उल्लेख पर सभी डीन और अन्य सभी विभागों के प्रमुखों और शिक्षकों ने एक दूसरे को और छात्रों को बधाई दी।