- जनपद की सीमा में बिना जांच के प्रवेश नहीं कर सकेंगे गोवंश, सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट तैनात
- बिना जांच के बाहर से पशु लाने वालों के खिलाफ होगी कार्यवाही
- जनपद में सभी पशुओं को लगेगा निशुल्क टीका
गाजियाबाद। पूरे देश में कहर बरपा रहा लंपी स्किन डिजीज को लेकर प्रशासन बेहद सतर्क हो गया है। पिछले दिनों मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर के बाद सोमवार को जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट के महात्मा गांधी सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा बार्डर चौकी प्रभारियों को अन्य प्रदेश व जनपद से आने वाले पशुओं के परिवहन पर रोक लगाने हेतु प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। जनपद के समस्त गो आश्रय स्थलों में लम्पी स्किन डिजीज रोकथाम हेतु टीकाकरण कराने के भी निर्देश दिये गये। खंड विकास अधिकारियों, अधिशासी अधिकारियों, नगर पालिका व नगर पंचायत को निर्देशित किया गया कि वे साफ-सफाई की व्यवस्था कराते हुए नियमित छिड़काव कराएं। यदि कोर्द पशु लम्पी स्किन डिजीज से प्रभावित है तो अलग कोरनटाईन कराएं। जिलाधिकारी ने लम्पी स्किन डिजीज रोकथाम के लिए जनपद, ब्लॉक स्तर पर टीम बनाने के लिए निर्देशित किया एवं इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट की भी तैनाती कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि गोवंशों को वायरस से बचाने के लिए ग्राम प्रधानों की मदद भी ली जाएगी। इसके लिए सभी 161 ग्राम पंचायत के प्रधानों के साथ बैठक कर रणनीति तैयार की जाएगी। अगर किसी भी गांव में गोवंशों में वायरस के लक्षण पाए जाते हैं तो इसकी सूचना विभाग को देंगे। साथ ही प्रधानों को वारस के लक्षणों और बचाव के बारे में भी बताया जाएगा जिससे वह पशुपालकों को जागरूक कर सकें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विक्रमादित्य सिंह मलिक, पुलिस विमाग के अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी एवं पशुधन प्रसार अधिकारी आदि मौजूद रहे।