लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्वों एवं त्योहारों-नवरात्रि, दुर्गा पूजा, दशहरा, बारावफात, दीपावली आदि के मददेनजर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वों एवं त्योहारों का आगामी एक माह का समय संवेदनशील है। एक माह त्योहार की उमंग से परिपूर्ण होंगे। बाजारों में भीड़ होगी। विभिन्न आयोजनों में बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे, वरिष्ठ नागरिक आदि की सहभागिता होगी। इसके दृष्टिगत विशेष सतर्कता बरतने के साथ-साथ सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं। पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ायी जाए। प्रदेश, कमिश्नरी और रेंज स्तर पर कण्ट्रोल रूम सक्रिय कर कानून व्यवस्था की स्थिति पर निरन्तर नजर रखी जाए। प्रदेश स्तर पर स्थापित कण्ट्रोल रूम के माध्यम से अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था द्वारा निगरानी की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में परम्परागत रूप से 44,000 से अधिक स्थलों में माँ दुर्गा की प्रतिमाएं स्थापित की जाती रही हैं। इसके अतिरिक्त भी प्रतिमाओं की स्थापना होती है। दुर्गा पूजा आयोजन समितियों से संवाद के माध्यम से प्रतिमाओं की स्थापना सुरक्षित स्थान जैसे सार्वजनिक पार्क आदि में करायी जाए, ताकि सड़क पर सामान्य यातायात प्रभावित न हो। इस कार्यवाही में लोगों की आस्था और जनभावना का पूरा सम्मान किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम के समय पुलिस बल की तैनाती के लिए स्थानीय जरूरतों के मुताबिक रणनीति तैयार की जाए। इस समय नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है, ऐसे में मूर्ति विसर्जन के समय दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसके दृष्टिगत मूर्ति विसर्जन समितियों से संवाद कर अस्थायी तालाबों में मूर्तियों का विसर्जन कराया जाना उचित रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामलीला हमारी प्राचीन संस्कृति का हिस्सा है। इसमें बड़ी संख्या में आम जन सहभाग करते हैं। देर रात तक रामलीला का मंचन चलता रहता है। ऐसे में सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। आवश्यकतानुसार पुलिस की तैनाती एवं पेट्रोलिंग करायी जाए। पर्व एवं त्योहार शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रबन्ध किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्वों एवं त्योहारों के दौरान तय रोस्टर के अनुसार निरन्तर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। बिजली की अनावश्यक कटौती नहीं होनी चाहिए। त्योहारों के समय में स्वच्छता, सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। ग्राम्य विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग व नगर विकास विभाग इस सम्बन्ध में जरूरी कार्यवाही सुनिश्चित कराएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में कुछ जनपदों में कतिपय अप्रिय घटनाएं हुई हैं। इनके दोषियों को कठोरतम सजा हो, इसके लिए प्रभावी अभियोजन सुनिश्चित किया जाए। फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम जल्द से जल्द प्रभावित लोगों को न्याय दिलाया जाए। ड्रग माफिया, गौ-तस्कर, शराब माफिया, खनन माफिया और भू-माफिया सहित अवैध गतिविधियों में संलिप्त सभी अराजक तत्वों के खिलाफ निरन्तर प्रभावी कार्रवाई जारी रखी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्तर्राज्यीय सीमा से लगे जिलों में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक अवैध खनन की गतिविधियों की सूक्ष्मता से पड़ताल करें। अवैध खनन के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई के लिए अभियान शुरू किया जाना आवश्यक है। खनन माफियाओं के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो। इनकी सम्पत्ति जब्त की जाए। आगामी 10 दिन में प्रभावी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को रिपोर्ट भेजी जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी घटना को छोटा मानकर नजरअंदाज न किया जाए। सम्बन्धित पक्षों की समुचित सुनवाई कर समय से प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। इसके लिए पुलिस को अलर्ट मोड में रहना चाहिए। संवेदनशील प्रकरणों में वरिष्ठ अधिकारी मौके पर अवश्य पहुंचे। इससे अनेक समस्याओं का समाधान हो जाता है। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल के साथ कार्य करें।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा, कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा महेश कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना संजय प्रसाद, अपर सूचना निदेशक अंशुमान राम त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।