नई दिल्ली। कुन्नूर में हुए सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकाप्टर क्रेश हादसे की केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूरी जानकारी दी। इस हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी व सेना के 12 जवानों की मौत हो गई थी।
संसद को इस हादसे की जानकारी देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सीडीसी जनरल बिपिन रावत बुधवार को कुन्नूर के आर्मी सर्विस कालेज में संबोधन के लिए जा रहे थे। 11:48 पर इस हेलीकाप्टर ने सुलूर एयरबेस से उड़ान भरी थी। 12:15 बजे इस हेलीकाप्टर को लैंड करना था। उड़ान के कुछ देर बाद करीब दोपहर 12:08 बजे ही उनके हेलीकाप्टर का संपर्क एटीसी से टूट गया। बाद में स्थानीय लोगों ने जंगल में आग लगी देखी थी। वहां पर पहुंचने पर उन्हें हेलीकाप्टर का पता चला। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने वहां पर राहत कार्य चलाया। वहां पर रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया। वहां से जितने भी लोगों को निकाला गया उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। इस हादसे में बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को लाइफ सपोर्ट पर रखा गया है। उनको बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है। राजनाथ ने कहा कि देश उनको कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने बताया कि हादसे के तुरंत बाद वरिष्ठ अधिकारियों को हादसे की जगह पर भेज दिया गया था। इस मामले में वायु सेना के एयर मार्शल रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं। राजनाथ ने बताया कि हादसे में मारे गए सभी लोगों का पार्थिव शरीर आज विशेष विमान से दिल्ली लाया जाएगा और कल सभी का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की और उसके बाद लोकसभा में दो मिनट का मौन भी रखा गया। मौन के बाद संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से शुरू की गई।