- खाद्यान्न की भी पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश
- बाढ़ पीड़ितों को फूड पैकेट्स किए वितरित
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद जालौन के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके उपरान्त, उन्होंने पं. परशुराम द्विवेदी महाविद्यालय, जगमनपुर में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के राहत शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होंने बाढ़ प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री वितरित की। उन्होंने प्रभावित लोगों से बाढ़ राहत व बचाव कार्यों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने आपदा के दौरान मृतकों के परिजनों को आपदा राहत राशि भी प्रदान की। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ जनपद जालौन के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग द्वारा बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पशुओं के चारे, भूसे तथा दवाओं की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने सिंचाई एवं पेयजल विभाग को निर्देशित किया कि जिन ग्रामों में अभी पानी है, वहां के निवासियों को सुरक्षित जगह पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि जनपद के पानी से घिरे 114 गांवों के निवासियों को राहत शिविर के माध्यम से राहत पैकेट वितरित किए जाएं। उन्होंने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के प्रत्येक गांव का निरीक्षण करने तथा वहां पर्याप्त राहत व बचाव कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। एसडीआरएफ व पीएसी बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में तैनात रहे। डीएम ने सीएम को अवगत कराया कि यमुना, बेतवा एवं पहुंच नदियों में बाढ़ आने के कारण समस्त तहसीलों के 1,155 राजस्व ग्रामों में से लगभग 158 राजस्व ग्राम प्रभावित होते हैं। वर्तमान में काली सिन्ध, पार्वती नदियों एवं कोटा बैराज से चम्बल नदी में पानी छोड़े जाने के कारण कालपी में यमुना के जल स्तर में 29 जुलाई से वृद्धि हो रही है। 4 अगस्त को खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया।
बाढ़ प्रभावितों के बनाया गया कंट्रोल रूम
राउंड द क्लॉक कंट्रोल रूम की स्थापना की गयी है, जिसका दूरभाष नं.-05162-252313 है। कंट्रोल रूम में 8-8 घंटे की 3-3 कर्मचारियों की ड्यूटी लगायी गयी है। इसी प्रकार सभी तहसीलों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। जनपद सम्बन्धी सूचनाओं के आदान-प्रदान हेतु फ्लड जालौन के नाम से व्हाटसएप ग्रुप बनाया गया है। जनपद की सभी तहसीलों के जिन ग्रामों में बाढ़ की सम्भावना थी, उनमें मुनादी कराकर चेतावनी का प्रसारण कराया गया है एवं लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। बचाव कार्य हेतु स्थानीय मछुवारों की 99 नावें एवं फैजाबाद से 8 इलेक्ट्रॉनिक वोट मंगाकर राहत कार्य कराया जा रहा हैं। 28 बाढ़ चौकियों का गठन किया गया है।