गाजियाबाद। सावन का नाम लेते ही चारों ओर छाई हरियाली, बागों में लगे हुए झूले, सोलह श्रृंगार किए हुए स्त्रियां, लजीज पकवान और नागपंचमी, तीज रक्षा बंधन जैसे त्योहारों का स्मरण हो आता है। बसंत ऋतु की तरह ही सावन मास भी सभी को प्रिय है।भगवान शिव की विशेष पूजा इसी माह की जाती है। परमधाम श्री वृन्दावन में इस माह की रौनक देखने लोग न जाने कहां- कहां से आते हैं। जगह- जगह फूलों से सजे हुए झूले और प्रत्येक मंदिर परिसर में ठाकुर जी के भव्य फूल बंगले सभी को बरबस ही आकर्षित करते हैं। इस कोरोना काल में जब घरों से बाहर निकल पाना संभव नहीं है, तो सभी अयोजन आनलाइन हो रहे हैं। इसी श्रृंखला में वीएन भातखंडे संगीत महाविद्यालय गाजियाबाद द्वारा हरियाली तीज की पूर्व संध्या पर आनलाइन तीज महोत्सव का रंगारंग अयोजन किया गया। इसमें लगभग 30 महिलाओं ने सक्रिय भूमिका निभाई। चूंकि 10 अगस्त को महान संगीतज्ञ पंडित विष्णु नारायण भातखंडे की जयंती भी होती है, अत: इस अवसर पर महाविद्यालय के संस्थापक और अध्यक्ष गुरूजी पंडित हरिदत्त शर्मा ने भातखंडे के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अंतर्राष्ट्रीय कवयित्री डॉ. रमा सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं और उन्होंने कार्यक्रम की खूब सराहना की।
इस रंगारंग कार्यक्रम में तृप्ति सोनकर, संगीता श्रीवास्तव, भावना शर्मा, नेहा गुप्ता द्वारा सावन के मल्हार और कजरी का गायन किया गया। आभा बंसल, शिक्षा शर्मा और सुनीता राजौरा द्वारा नृत्य की प्रस्तुति दी गई। अन्य सभी प्रतिभागियों ने भगवान राम, कृष्ण और शिव भजन के साथ ही सावन के गीत गाए। संगीत शिक्षिका ज्योति शर्मा द्वारा संपूर्ण कार्यक्रम का सुन्दर संचालन किया गया। गुरूजी पंडित हरिदत्त शर्मा ने राग मियां मल्हार गायन के साथ कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु सभी का आभार व्यक्त किया। प्रीति त्रिगुणायत, रजत मित्तल, नवीन शर्मा, चैती, अमर, आयुष, दिव्या आदि सभी ने कार्यक्रम के अयोजन में सक्रिय सहभागिता की।