हरिद्वार। उत्तराखंड में जगह-जगह मठ मंदिर बने हैं और हर मंदिर में बंदरों को भीड़ लगी रहती है। लेकिन क्या आपने कभी किसी लंगूर को इंसानों की मदद करते हुए देखा है? आज हम आपको बताएंगे हरिद्वार में स्थित पहाड़ों के बीचोंबीच बसा दक्षिण काली मंदिर के लंगूरों के बारे में मंदिर में बंदरों के साथ साथ लंगूर भी रहते हैं। बंदर शैतानी करते हैं तो लंगूर इंसानों के सामान की रक्षा करते हैं। मंदिर आने जाने वालों के बंदर सामान लेते हैं जिसके बाद लंगूर उन बंदरों को भगाते हैं। यही नहीं लंगूरों को नाम भी दिया गया है और इनके कैप्टन का नाम बंटी रखा गया है। एक आवाज में ही ये दौड़े चले आते हैं। लंगूरों की पहरेदारी से बंदर दूर-दूर तक नहीं दिखाई देते। काफी समय से लंगूर मंदिर के पास ही रहते हंै और श्रद्धालु उनको फल खिलाते हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो यही बंदरों से लोगों को बचाते हैं।