उत्तर प्रदेशगाजियाबाद

अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस पर उपश्रमायुक्त के नेतृत्व में बाल श्रम उन्मूलन के संबंध में की गई संगोष्ठी

  • बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में औद्योगिक क्षेत्र के व्यापार एसोसिएशन एवं श्रमिक संगठनों को दी बाल श्रम उन्मूलन के संबंध में जानकारी
  • खोड़ा में अभियान चलाकर 15 किशोर श्रमिकों को कराया गया अवमुक्त, सेवायोजकों पर की गई कार्रवाई
  • न्यू गांधीनगर से भी एक किशोर श्रमिक को परिवर्तन अधिकारियों ने कराया अवमुक्त, परिजनों के सुपुर्द किया
  • 12 से 17 जून तक मनाया जा रहा है अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध सप्ताह के रूप में

गाजियाबाद। अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के मौके पर उपश्रमायुक्त अनुराग मिश्रा के नेतृत्व में बाल श्रम उन्मूलन के संबंध में बुलंदशहर रोड औद्योगिक क्षेत्र में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में औद्योगिक क्षेत्र के व्यापार एसोसिएशन एवं श्रमिक संगठनों को बाल श्रम उन्मूलन के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। संगोष्ठी में उपस्थित सभी लोगों को बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) 1986 यथा संशोधित 2016 के प्राविधानों से अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त 12 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर ही श्रम परिवर्तन अधिकारियों की गठित टीम द्वारा खोड़ा कालोनी में बाल एवं किशोर श्रम उन्मूलन एवं चिन्हीकरण अभियान चलाकर 15 किशोर श्रमिकों को चिन्हित किया गया। इन किशोर श्रमिकों के 15 सेवायोजकों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही की गई। जिनमें 4 कपड़ों की दुकान, 7 परचून/ जनरल स्टोर, 3 बेकरी व केक की दुकानें एवं एक सैलून शामिल है। एक किशोर श्रमिक को गाजियाबाद के न्यू गांधीनगर क्षेत्र से अवमुक्त कराया गया। बाल कल्याण समिति गाजियाबाद के माध्यम से उसके परिवार को सुपुर्द किया गया। उपश्रमायुक्त ने बताया कि 12 से 17 जून तक अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवधि के बीच आम जनमानस में बाल एवं किशोर श्रम उन्मूलन को लेकर जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। बाल एवं किशोर उन्मूलन के लिए एक वाहन भी क्षेत्र में प्रचार के लिए लगाया गया है। बाल एवं किशोर श्रम वाले क्षेत्रों डासना, मसूरी, विजयनगर, खोड़ा, बजरिया एवं रेलवे स्टेशनों के आसपास उक्त वाहन प्रचार प्रसार करेगा ताकि लोगों के बीच बाल श्रम उन्मूलन की भावना को और ज्यादा बढ़ाया जा सके और एवं बालश्रम कुप्रथा को रोका जा सके।

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