लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी बैठक आयोजित की गई। अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी 10, 11 व 12 फरवरी को आयोजित होने वाला ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट ऐतिहासिक होगा, इसकी तैयारी में कोई कमी नहीं रहनी चाहिये। लखनऊ में आने वाले इन्वेस्टर्स को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं होनी चाहिये। उन्होंने ग्लोबल इनवेस्टर समिट में आने वाले विशिष्ट महानुभावों, केन्द्रीय मंत्रियों, निवेशकों एवं अन्य अतिथियों के साथ लाइजनिंग आॅफिसर के रूप में आईआईएम, एकेटीयू अथवा आईआईटी के छात्रों को लगाये जाने का सुझाव दिया। उन्हें इस कार्य के लिये प्रशिक्षण भी दिया जाये।
उन्होंने कहा कि ग्लोबल इनवेस्टर समिट में सेक्टोरल सेशन्स का बहुत ही महत्वपूर्ण रोल है, इसलिये सेशन्स के विषय आकर्षक व प्रेरणादायक होना चाहिये। सेक्टोरल सेशन में वक्ता के रूप में विषय विशेषज्ञ व प्रख्यात व्यक्तियों का चयन कर उन्हें आमंत्रित किया जाये। विभाग द्वारा तैयार कराये जा रहे ब्रोशर्स को पार्टनर कंट्री की भाषा में भी तैयार कराया जाये। आयोजन के दौरान सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की अफवाह न फैले, इस पर कड़ी नजर रखी जाए।
उन्होंने करीब 10 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन होने की जानकारी दिये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि रोड शो के माध्यम से प्राप्त अवशेष प्रपोजल्स की जल्द से जल्द समीक्षा कर निवेशकों से एमओयू साइन कराये जायें। विदेशों में व देश में जिन कंपनियों/संस्थाओं, औद्योगिक समूहों के साथ एमओयू हुआ है, उनसे लगातार संपर्क बनाए रखा जाये। यदि किसी निवेशक की कोई समस्या है, तो उसका जल्द से जल्द निस्तारण कराया जाये। उन्होंने कहा कि विभाग में निवेशकों के लम्बित प्रकरणों की समीक्षा कर उनका तत्काल समाधान करा दिया जाये।
उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर में भी निवेशकों को आकर्षित करने के लिये काम करने की जरूरत है। प्रदेश में पहले से विद्यमान इंडस्ट्री को भारत सरकार के उद्यमी पोर्टल पर पंजीकृत कराने के फायदे बताते हुये पोर्टल पर पंजीकरण कराने के लिये प्रेरित किया जाये। उन्हें उद्योग विस्तार नीति के बारे में भी बताया जाये। जब प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर है तो उन्हें भी उद्योगों का विस्तार करना चाहिये।
बैठक में अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव चीनी उद्योग संजय आर भूसरेड्डी, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत महेश कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थसारथी सेन शर्मा, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, सचिव नियोजन आलोक कुमार, सीईओ इनवेस्ट यूपी अभिषेक प्रकाश, एसीईओ इनवेस्ट यूपी प्रथमेश कुमार समेत विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी व डेलॉयट इंडिया के अधिकारी आदि उपस्थित थे।