– नोटिफिकेशन के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को दी गई निक्षय आईडी
– निक्षय दिवस पर बलगम जांच के साथ ही दी जाएगी टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की जानकारी
गाजियाबाद। शासन के निर्देश पर हर माह की 15 तारीख को निक्षय दिवस के आयोजन की तैयारियां चल रही हैं। बृहस्पतिवार को सभी चिकित्सा इकाइयों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स (एचडब्लूसी) पर प्रथम निक्षय दिवस का आयोजन किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य क्षय रोग के बारे में जन – जागरूकता और मॉनीटरिंग बढ़ाना है, ताकि क्षय रोगियों की पहचान और उपचार जल्दी हो सके। दरअसल पल्मोनरी टीबी एक संक्रामक रोग है और पहचान में देरी होने से उपचार शुरू होने तक रोगी अपने संपर्क में आने वाले कई लोगों को संक्रमण दे चुका होता है। टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए संक्रमण का चक्र तोड़ना होगा। निक्षय दिवस के आयोजन से पूर्व दो चरणों में सोमवार और मंगलवार को सीएमओ कार्यालय सभागार में सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) को निक्षय दिवस के बारे में शासन से मिली गाइडलाइन की विस्तार से जानकारी दी गई और सभी 107 सीएचओ को निक्षय आईडी भी जारी की गईं। सीएचओ अपनी आईडी से निक्षय पोर्टल पर स्वयं नोटिफिकेशन करेंगे। सीएमओ डा. भवतोष शंखधर और जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डा. डीएम सक्सेना ने निक्षय दिवस के संबंध में जिला स्तरीय संवेदीकरण कार्यक्रम को संबोधित किया। सीएमओ ने निक्षय दिवस के लिए शासन से आए बैनर के फॉर्मेट के मुताबिक वॉल पेंटिंग कराने के निर्देश चिकित्सा इकाइयों को दिए हैं। संवेदीकरण कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक अनुराग भारती भी मौजूद रहे। डीटीओ डा. डीएम सक्सेना ने बताया कि अब सीएचओ के प्रयास से जो क्षय रोगी खोजे जाएंगे, निक्षय पोर्टल पर उनका नोटिफिकेशन वह स्वयं अपनी आईडी से करेंगे। यह जानकारी निक्षय पोर्टल पर मौजूद रहेगी कि कौन – कौन सीएचओ क्षय रोगियों को खोजने में अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को जनपद में पहले निक्षय दिवस का आयोजन किया जाएगा। आशा – एएनएम लक्षणों के आधार पर संभावित क्षय रोगियों को चिन्हित कर रही हैं और निक्षय दिवस पर जांच के लिए नजदीकी चिकित्सा इकाई या एचडब्लूसी पर उनका पहुंचना भी सुनिश्चित कर रही हैं। निक्षय दिवस पर टीबी जांच के लिए खुले में स्पुटम (बलगम) कलेक्शन कॉर्नर बनाए जाएंगे। निक्षय दिवस पर शुगर और एचआईवी जांच भी की जाएगी।
निक्षय योजना के बारे में भी बताया जाएगा
निक्षय दिवस के मौके पर आमजन को क्षय रोग के लक्षणों की जानकारी देने के साथ ही क्षय उन्मूलन कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी जाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि क्षय रोग की जांच और उपचार पूरी तरह निशुल्क है। इसके अलावा उपचार जारी रहने तक सरकार की ओर से हर रोगी के बैंक खाते में प्रतिमाह पांच सौ रुपए का भुगतान निक्षय योजना से किया जाता है। भले क्षय रोगी का उपचार किसी निजी चिकित्सालय से चल रहा हो। यह पैसा क्षय रोगी को बेहतर पोषण के लिए दिया जाता है। इसके लिए नोटिफिकेशन जरूरी है। नोटिफिकेशन के लिए अपना आधार कार्ड बैंक खाते की जानकारी देनी होती है।