- घर-घर सर्वे कर खोजे जाएंगे एमआर से वंचित पांच वर्ष तक के बच्चे
- सर्वे के लिए आशा-एएनएम को ब्लॉक स्तर पर दिया गया प्रशिक्षण
गाजियाबाद। शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने खसरा मुक्त अभियान की तैयारी कर ली है। अभियान के तहत जनवरी, फरवरी और मार्च में तीन चरणों के माध्यम से पांच वर्ष तक के बच्चों को मीजल्स रूबेला (एमआर) के दो टीके लगाए जाएंगे। डयू लिस्ट बनाने के लिए आशा-एएनएम घर-घर जाकर सर्वे के बाद एमआर वैक्सीन से वंचित पांच वर्ष तक के बच्चों की डयू लिस्ट तैयार करेंगी। शुक्रवार को ब्लॉक स्तर पर आशा-एएनएम को सर्वे के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि बृहस्पतिवार को जनपद स्तर पर एमओआईसी प्रशिक्षित किए गए थे। उन्होंने शुक्रवार को ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए। डा. खुशदेव ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, लोनी पर सर्वे के लिए प्रशिक्षण दिया। इस अवसर पर एमओआईसी लोनी डा. मनपाल और यूनिसेफ से बीएमसी वसीमा मौजूद रहीं। अब सर्वे का कार्य शुरू होगा।
सीएमओ डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि खसरा से बचाव के लिए मीजल्स-रूबेला (एमआर) विशेष टीकाकरण अभियान मिशन इंद्रधनुष की तर्ज पर चलेगा। पहले केवल दो वर्ष तक के बच्चों को खसरा का टीका लगाया जाता था, खसरा से बचाव के लिए अब पांच वर्ष तक के बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। टीकाकरण के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे कर पांच वर्ष तक के बच्चों में टीकाकरण से छूटे बच्चों की ड्यू तैयार की जाएगी। उसके बाद माइक्रो प्लान तैयार कर जनवरी, फरवरी और मार्च में विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डा. नीरज अग्रवाल ने बताया – 19 से 24 दिसंबर तक सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ), एएनएम और ब्लॉक स्तरीय पर्यवेक्षक सर्वे का वैलीडेशन करेंगे। पूरा डेटा ई-कवच पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। विशेष टीकाकरण अभियान के लिए राज्य स्तर पर प्रतिरक्षण अधिकारियों की बैठक होगी। इस बैठक में विशेष अभियान की तैयारियों की समीक्षा की जाएगी। जनवरी के पहले सप्ताह में ब्लॉक व जनपद स्तर पर टास्क फोर्स एवं अंतर्विभागीय बैठक होगी और नौ से 20 जनवरी, 2023 तक विशेष टीकाकरण अभियान का प्रथम चक्र चलेगा। द्वितीय चक्र 13 से 24 फरवरी, 2023 और तृतीय चक्र 13 से 24 मार्च, 2023 तक संपन्न होगा।