- दस्तक अभियान में भी घर-घर ढूंढे जाएंगे क्षय रोगी
- सात से 21 अक्टूबर तक चलेगा दस्तक अभियान
हापुड़। जनपद में चलाए गए विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में सात नए रोगी खोजकर उनका उपचार शुरू किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. सुनील कुमार त्यागी ने बताया कि क्षय रोगी खोज एक सतत प्रक्रिया है। क्षय रोग के प्रति आयोजित किए जाने वाले जागरूकता कार्यक्रमों का यही उद्देश्य है कि अधिक से अधिक लोग क्षय रोग के बारे में जानें, ताकि लक्षण आने के साथ ही तुरंत जांच, और क्षय रोग की पुष्टि होने पर तत्काल उपचार शुरू हो सके। उन्होंने बताया- जनपद में चल रहे संचारी रोग नियंत्रण माह के अंतर्गत सात से 21 अक्टूबर तक दस्तक अभियान के तहत अन्य संक्रामक बीमारियों के साथ ही क्षय रोगी भी खोजे जाएंगे। जिला क्षय रोग अधिकारी डा. राजेश सिंह (डीटीओ) ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों के जरिए आशा कार्यकर्ता और एएनएम के सहयोग से 23 अगस्त से 30 सितंबर तक चलाए गए विशेष क्षय रोगी खोज अभियान में जनपद में कुल 2128 लक्षण युक्त व्यक्तियों की जांच की गई। जांच के दौरान मिले सभी सात रोगियों का उपचार शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया- अभियान के तहत शासन से जनपद को 1961 लक्षण युक्त व्यक्तियों की जांच का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। डीटीओ डा. सिंह ने बताया- दस्तक अभियान के लिए आशा कार्यकतार्ओं और एएनएम का संवेदीकरण किया जा रहा है। जिला पीपीएम को?आॅर्डिनेटर सुशील चौधरी ने बताया- विभाग की ओर से लगातार जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर क्षय रोग के लक्षणों की जानकारी दी जाती है। दरअसल फेफड़ों की टीबी संक्रामक होती है। इसलिए टीबी का फैलाव रोकने के लिए जल्दी जांच और उपचार जरूरी है।
हापुड़ सीएचसी पर हुआ एएनएम संवेदीकरण
वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक हसमत अली और टीबीएचवी राजकुमार सिंह ने सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हापुड़ पर हापुड़ ब्लॉक की एएनएम का संवेदीकरण किया। उन्हें बताया गया कि सात अक्टूबर से शुरू होने वाले दस्तक अभियान में उन्हें घर -घर जाकर कैसे क्षय रोगियों की खोज करनी है। संवेदीकरण कार्यक्रम के दौरान बताया गया कि गृह भ्रमण के दौरान घर के मुखिया से अवश्य मिलें और सबके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लें। दो सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार, वजन गिरना, सीने में दर्द, खांसते समय बलगम या खून आना और जल्दी थकान होना क्षय रोग के लक्षण हो सकते हैं। लक्षण मिलने पर क्षय रोग की जांच अवश्य करानी है।