- रेडक्रॉस सोसाइटी ने झुग्गियों में रह रहे 60 परिवारों को तिरपाल व हाईजीन किट उपलब्ध कराईं
- संयुक्त जिला चिकित्सालय में 51 क्षय रोगियों को प्रदान किया पुष्टाहार
- महिला क्षय रोगियों को माहवारी स्वच्छता के लिए सेनेटरी नेपकिन भी उपलब्ध कराए
गाजियाबाद। रेडक्रॉस सोसाइटी ने मेरठ रोड स्थित झुग्गियों में रहने वाली महिलाओं और खासकर किशोरियों को माहवारी स्वच्छता के बारे में जागरूक किया। सोसाइटी की ओर से हाईजीन (स्वच्छता) किट उपलब्ध करायी गयी, जिसमें अन्य जरूरी सामान के साथ माहवारी स्वच्छता के लिए सेनेटरी नेपकिन भी हैं। झुग्गियों में रहने वाली महिलाओं और किशोरियों को इस बात के लिए सचेत किया गया कि माहवारी के दौरान गंदे कपड़े के इस्तेमाल से संक्रमण होने का खतरा रहता है। इसलिए वह सेनेटरी नेपकिन का ही प्रयोग करें और यदि कपड़ा इस्तेमाल भी करना पड़े तो देख लें कि कपड़ा अच्छी तरह से धोकर धूप में सुखाया गया हो।
रेडक्रॉस सोसाइटी की सचिव डा. किरण गर्ग ने बताया झ्रबुधवार को मेरठ रोड स्थित झुग्गियों में रह रहे 60 परिवारों को तिरपाल और हाईजीन किट वितरित करने का कार्यक्रम था। संयोग यह रहा कि जब रेडक्रॉस सोसाइटी के पदाधिकारियों के साथ खुद मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर और रोटरी क्लब गाजियाबाद ग्रेटर के पदाधिकारी झुग्गियों में पहुंचे तभी तेज बरसात शुरू हो गई, ऐसे मौके पर झुग्गी में रह रहे परिवारों ने टीम के साथ मिलकर नए तिरपाल से झुग्गियों को कवर किया। तिरपाल और हाईजीन किट पाकर झुग्गी वालों के चेहरे खिल गए।
तिरपाल व हाईजीन किट का वितरण रेडक्रॉस की राज्य शाखा की महासचिव डा. हेमा बिंदु नायक और उप-सभापति अखिलेंद्र शाही ने किया। इस मौके पर रोटरी क्लब, ग्रेटर गाजियाबाद की ओर से सभापति रोटेरियन सुभाष गुप्ता और कार्यक्रम प्रभारी राजेश गर्ग व अनुराग अग्रवाल मौजूद रहे। मेरठ रोड के बाद रेडक्रॉस सोसाइटी की टीम संजयनगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय पहुंची, जहां 51 क्षय रोगियों को गोद लेकर भावनात्मक और सामाजिक सहयोग प्रदान करते हुए पुष्टाहार प्रदान किया गया। महिला क्षय रोगियों को सेनेटरी नेपकिन भी उपलब्ध कराए गए और माहवारी स्वच्छता के बारे में विस्तार से जानकारी भी दी गई। डिप्टी सीएमओ डा. नरेश पाल की मौजूदगी में रोटरी क्लब ग्रेटर गाजियाबाद के पदाधिकारियों द्वारा क्षय रोगियों को पुष्टाहार का वितरण किया गया। इसके साथ ही क्षय रोगियों को नियमित रूप से दवा और उच्च प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करने को कहा गया। साथ ही 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने की शपथ भी ली गई। कार्यक्रम में क्षय रोग विभाग की ओर से एसटीएस सुमनलता यादव, नागेंद्र सिसौदिया और संदीप कुमार और रेडक्रॉस सोसाइटी से मैक का सहयोग रहा।