- चारों एफआरयू पर पहली सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन
गाजियाबाद। जनपद में सोमवार को पहली प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन किया गया। जिला महिला चिकित्सालय, संयुक्त जिला चिकित्सालय, मुरादनगर और लोनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित इस विशेष क्लीनिक का लाभ जनपद की 581 गर्भवतियों को मिला। जांच के दौरान कुल 81 हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) चिन्हित की गईं। इनकी विशेष देखरेख की व्यवस्था विभाग की ओर से की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया – सुरक्षित मातृत्व पर सरकार का विशेष जोर है, दरअसल सुरक्षित मातृत्व मां और शिशु, दोनों की सुरक्षा से जुड़ा विषय है। इसलिए सरकार ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को विस्तार देते हुए सभी फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) पर हर माह की 24 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन करने का निर्णय लिया है। 24 तारीख को सार्वजनिक अवकाश होने की स्थिति में यह आयोजन अगले कार्यदिवस पर करने के निर्देश शासन से प्राप्त हुए हैं। उन्होंने बताया हर माह की नौ तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस का आयोजन यथावत होता रहेगा।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एसीएमओ (आरसीएच) डा. विश्राम सिंह ने बताया – पहली सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक के दौरान जनपद में कुल 581 गर्भवतियों की एएनसी (एंटी नेटल केयर) हुई। जिसमें सभी के रक्त, मूत्र, रक्तचाप, शुगर और पेट की जांच के साथ ही अल्ट्रासाउंड की सेवा दी गई। एसीएमओ खुद संजय नगर स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में आयोजित प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक में मौजूद रहे।
जिला कंसलटेंट (मातृत्व स्वास्थ्य) जितेंद्र राव ने बताया – जिला महिला चिकित्सालय में 202 गर्भवतियों को एएनसी की सुविधा प्रदान की गई। इनमें से 67 हाई रिस्क प्रेगनेंसी चि?न्हित हुईं। संयुक्त जिला चिकित्सालय में आयोजित क्लीनिक में कुल 105 एएनसी हुईं, इनमें पांच एचआरपी चिन्हित की गईं। इसी के साथ मुरादनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित क्लीनिक में कुल 238 और लोनी में कुल 36 एएनसी हुईं और क्रमश: आठ व एक हाई रिस्क प्रेगनेंसी चिन्हित की गई।