- दूधेश्वनाथ मंदिर में पत्नी के साथ जलाभिषेक किया, गुरुद्वारा में जाकर टेका मत्था
- व्यापारियों को अफसरों-कर्मचारियों के उत्पीड़न से बचाया
- सपा सरकार में बिना पैस दिए नहीं होता था किसी भी विभाग में काम
- व्यापारियों को व्यापार करना हो रहा था मुश्किल
- अब उद्यमी आते हैं उत्तर प्रदेश और गुंडे-बदमाश कर रहे पलायन
गाजियाबाद। शहर सीट से भाजपा प्रत्याशी अतुल गर्ग जनसंपर्क अभियान पर निकलने से पहले अपनी पत्नी सुधा गर्ग के साथ दूधेश्वरनाथ मंदिर पहुंचे। उन्होंने भोले बाबा के दर्शन कर रुद्राभिषेक किया। दूधेश्वनाथ मंदिर के महंत नरायण गिरि से विजय भव का आशीर्वाद प्राप्त किया। यहां से आशीर्वाद लेने के उपरांत अतुल गर्ग ने बजरिया स्थित गुरुद्वारे में जाकर मत्थ टेका। इसके बाद उनका चुनावी संपर्क अभियान शुरू हो गया। क्योंकि अब मतदान की घड़ी नजदीक है ऐसे में उनके जगह-जगह संपर्क अभियान भी तेज हो रहे हैं। बजरिया से ही उन्होंने महाजनसम्पर्क अभियान प्रारम्भ किया। जनसंपर्क अभियान बजरिया से शुरू हुआ और घंटाघर, चौपले होते हुए शहीद स्थल पर पहुंचा। उसके बाद दिल्ली गेट से डासना गेट तक जनसपर्क कर व्यापारियों से भाजपा को वोट देने की अपील की। व्यापारियों ने बाजार में कई स्थानों पर अतुल गर्ग का फूल मालाओं से भव्य स्वागत कर फिर से उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनाने का संकल्प लिया।
इस दौरान अतुल गर्ग ने कहा कि योगी सरकार में न केवल भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया गया बल्कि रिश्वतखोर अधिकारियों व कर्मचारियों को भी सबक सिखाया गया। पूर्व की सरकार में तो सरकारी विभागों में बिना रिश्चत दिए कोई काम होता ही नहीं था। योगी सरकार ने भ्रष्टाचार व रिश्चतखोर अधिकारियों व कर्मचारियों पर ऐसा चाबुक चलाया कि सब सीधे हो गए। योगी सरकार ने आमजन, व्यापारियों व पीड़ितों के दिलों में ऐसी जगह बनाई कि यदि किसी अफसर व कर्मचारी ने उनसे काम के बदले रिश्ववत ली और उसकी शिकायत की तो ऐसी कार्रवाई की गई पीड़ित के घर पहुंचकर रिश्ववतखोर अधिकारी-कर्मचारी ने पैसे वापस तो किए ही साथ ही माफी भी मांगी। अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान अतुल गर्ग ने लोगों को बताया कि योगी सरकर में किस तरह व्यापारियों का उत्पीड़न बंद हुआ। उन्होंने कहा कि सभी को याद होगा कि सपा सरकार में अधिकारी-कर्मचारी किस तरह नमून भरने, छापे मारने के दौरान व्यापारियों का उत्पीड़न करते थे, जेल भेजने की धमकी देकर मोटी वसूली करते थे। व्यापारियों को व्यापार करना मुश्किल हो गया था। जनता बहुत त्रस्त थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किए गए कार्यों की बदौलत भाजपा की तरफ जनता का विश्वास बढ़ा और उत्तर प्रदेश में लोगों ने निकम्मी सपा सरकार को 2017 में उखाड़ फेंकने का काम किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विचारों व कार्यशैली के उत्तराधिकारी के रूप में योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की कमान संभाली। सीएम योगी ने सभी विभागों में क्लीन आपरेशन चलाकर भ्रष्टाचार में लिप्त अफसरों-कर्मचारियों पर ऐसा चाबुक चलाया कि सभी सीधे हो गए और आमजन का काम बिना पैसे के होने लगा। उद्यमियों को एनओसी लेने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते बल्कि सिंगल विंडो के माध्यम से सभी एनओसी मिल जाती है। जो उद्यमी उत्तर प्रदेश आने से डरते थे, यूपी में उद्योग नहीं लगाना चाहते थे और यहां के उद्यमी पलायन कर रहे थे वे अब योगी सरकार में अपने उद्योग उत्तर प्रदेश में लगा रहे हैं। उत्तर प्रदेश से यदि किसी का पलायन हुआ है तो वे हैं गुंडे-माफिया। अतुल गर्ग ने कहा कि बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने में थोड़ा वक्त तो लगा लेकिन आज जनता बिना किसी झंझट के, बिना रिश्चत के अपने काम आसानी से कराती है। योगी सरकार में सभी सरकारी विभागों के अधिकारी नियत समय पर दफ्तर पहुंचते और फरियादियों की समस्याएं सुनते हैं। जब फरियादी की समस्या का समाधान उसके घर पहुंचने से पहले हो जाता हो तो भला जनता क्यों मोदी-योगी को न चाहेगी। उन्होंने लोगों से एक बार फिर से योगी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भाजपा को जिताने की अपील की। अतुल गर्ग ने सब्जी मंडी, बजरिया, नवयुग मार्केट, चमन कॉलोनी, गुलजार कॉलोनी, बाल्मीकि पार्क, बहरामपुर, तिगरी गोल चक्कर पर भी जनसंपर्क व और बैठकें की।