गाजियाबाद। पर्यावरणविद डॉ. जितेंद्र नागर को गंगा नदी एव गंगा की सहायक नदियों में पर्यावरणीय प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण, उपशमन एवं जल का सतत प्रवाह सुनिश्चित करने के उपाय हेतु जिला गंगा संरक्षण समिति गाजियाबाद का सदस्य मनोनीत किया गया है।
डॉ. जितेंद्र नागर एन्वाइरन्मेंट एंड सोशल डेवेलॉपमेंट एसोसियेशन के चेयरमैन भी हैं और दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ. भीमराव अम्बेडकर कॉलेज में पर्यावरण विज्ञान के प्रोफेसर हैं। डॉ. नागर चार साल केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली में नमामि गंगे एव नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के अन्तर्गत गंगा संरक्षण एव उसकी निर्मल व अविरल धारा के लिए कार्य कर चुके हंै। इसमें ऋषिकेश से लेकर बदायुं तक गंगा नदी में कुल गिरने वाले नालों की पहचान व उनमें प्रवाहित प्रदूषण की मात्रा ज्ञात करने में इनकी विशेष भूमिका रही है। डॉ. नागर गाजियाबाद में 2011 से हिंडन नदी संरक्षण के लिए भी कार्यरत हैं एवं समय-समय पर जनजागरूकता अभियान, गोष्ठियां, आंदोलन एवं अनशन आदि करते रहते हैं। अभी हाल ही में उन्होंने हिंडन महोत्सव के अन्तर्गत हिंडन मंथन कार्यकम का आयोजन किया था जिसमें मेयर आशा शर्मा, साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा, सामाजिक वानिकी प्रभागीय निदेशक दीक्षा भंडारी, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एडिशनल डाइरेक्टर वी.पी. यादव, जामिया मिलीया इस्लामिया के प्रोफेसर सिराज अहमद एव पर्यावरणविद ज्ञानेंद्र रावत ने अपने सुझाव दिए। डॉ. नागर अनेक पर्यावरणीय गतिविधियां जैसे वायु प्रदूषण नियंत्रण, जल क्रांति मिशन, इंडिया ग्रीन मिशन-त्यौहार मनाओ-पेड़ लगाओ, हिंडन सेवा मिशन, पर्यावरण शिक्षा एव जागरूकता अभियान, ठोस कचरा प्रबंधन आदि की अगुवाई कर रहे है, उन्हें अनेक राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। डॉ. नागर का कहना है कि वे गाजियाबाद जिलाधिकारी एव प्रभागीय निदेशक के आभारी हैं, उन्होंने मुझे गंगा मां की सेवा करने का अवसर दिया। हम गंगा एवं उसकी सहायक नदी हिंडन के संरक्षण के प्रयास करेंगे।