गाजियाबाद। स्तनपान कराने वाली महिलाओं के बाद अब गर्भवती भी कोविडरोधी टीका लगवा सकेंगी। इस संबंध में इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) से हरी झंडी मिलने के बाद शासन ने भी गाइडलाइन जारी कर दी है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डा. नीरज अग्रवाल ने बताया शुक्रवार को गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुरू करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक अपर्णा उपाध्याय की ओर से निर्देश प्राप्त हो गए हैं। उन्होंने बताया मिशन निदेशक का पत्र मिलने के साथ ही गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया शासन की गाइडलाइन के मुताबिक सभी गर्भवती कोविडरोधी टीका लगवा सकती हैं। टीकाकरण शुरू होने के समय में स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं को कोविडरोधी टीका लगाने की मनाही थी, लेकिन विस्तृत अध्ययन के बाद आईसीएमआर की ओर से गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को हरी झंडी दे दी है। बता दें कि स्तनपान कराने वाली महिलाओं के टीकाकरण के संबंध में पहले शासन की ओर से गाइडलाइन जारी की जा चुकी है और ऐसी महिलाएं टीकाकरण करा भी रही हैं। अब गर्भवती महिलाओं को भी कोविडरोधी टीका लगाया जाएगा। डा. अग्रवाल ने बताया शासन की गाइडलाइन के मुताबिक कोविशील्ड और कोवैक्सीन, दोनों के टीके गर्भवती के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं। अपनी बारी आने पर टीकाकरण अवश्य कराएं। जिला महिला चिकित्सालय की चिकित्सा अधीक्षक डा. संगीता गोयल ने बताया गर्भवती की रोग प्रतिरोधक क्षमता अन्य महिलाओं के मुकाबले थोड़ी कमजोर होती है। इसलिए गर्भवती को कोविड से सुरक्षा कवच की ज्यादा जरूरत है। अब शासन से गाइडलाइन प्राप्त होने के बाद उन्हें भी प्रतिरक्षित किया जा सकेगा। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को सलाह दी है खानपान का विशेष ध्यान रखें और डाक्टर की सलाह पर कैल्शियम और आयरन की खुराक नियमित रूप से लेती रहें। बेहतर पोषण से गर्भवती न केवल बीमारियों की चपेट में आने से बची रहेंगी बल्कि उनकी होने वाली संतान भी स्वस्थ होगी।