गाजियाबाद। आईटीएस डेंटल कॉलेज में विश्व कैंसर दिवस मनाया गया। इसका विषय क्लोज द केयर गैप था। यह दिन कैंसर के वैश्विक प्रभाव के खिलाफ और सभी को एकजुट मिलकर इसकी जागरूकता बढ़ाने वाला दिन है। भारत में लगभग 12 करोड़ लोग धूम्रपान करते है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार भारत विश्व में सबसे अधिक धूम्रपान करने वालों में विश्व का 12 प्रतिशत हिस्सा है। भारत में तम्बांकू के कारण हर वर्ष एक करोड़ से अधिक लोगों की मृत्यु हो जाती है। कैंसर के कारण समय से पहले मृत्यु दर को कम करने के लिए हमें एकजुट मिलकर कार्य करना होगा। हम शुरूआत में ही कैंसर के लक्षण की जांच कर इसे सही समय पर उपचार द्वारा दूर कर सकते है।
इस अवसर पर आईटीएस डेन्टल कॉलेज तथा शिविर स्थल (ढिकोली, गाजियाबाद) और गांव सुल्तानपुर में कैंसर की रोकथाम के उद्देश्य से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। संस्थान की ओपीडी तथा शिविर स्थल पर आने वाले सभी रोगियों को मौखिक कैंसर के बारे में पर्चे बांटे गये तथा धुम्रपान की आदतों को छोड़ने के लिए प्रेरित भी किया गया। वह सभी रोगी जिन्हें तंबाकू सेवन या धुम्रपान की आदत थी उन सभी रोगियों को तंबाकू निषेध परामर्श दिये गये। इसके साथ ही शिविर स्थल तथा आईटीएस डेंटल कॉलेज में सभी मरीजों की मौखिक कैंसर की जांच की गई तथा सभी मरीजों को नियमित रूप से मौखिक स्वास्थ्य की जांच कराने और उन्हें शुरूआती परिवर्तनों से अवगत कराने के लिए स्व परीक्षा का प्रदर्शन किया गया। गांव के प्रधानों, स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों जैसे हितधारकों की पहचान की गई और उन्हें इस घातक बीमारी के बारे में बताया गया और कैंसर की रोकथाम, निदान और उपचार के बारे में भी जागरूक किया गया। तंबाकू उत्पादों की बिक्री करने वाले दुकानदारों को सीओटीपीए अधिनियम 2003 का सख्ती से पालन करने और 18 वर्ष से कम उम्र के व्यक्ति को तंबाकू उत्पाद न बेचने के लिए प्रेरित किया गया। इस बीमारी का मुकाबला करने के लिए सभी रोगियों, कर्मचारियों, छात्रों और हितधारकों द्वारा संकल्प लिया गया। अंत में सभी रोगियों के लिए एक इंटरैक्टिव स्वास्थ्य शिक्षा सत्र भी आयोजित किया गया और उनके प्रश्नों का उत्तर दिया गया। अंत में मरीजों को बेहतर उपचार के लिए आईटीएस डेंटल कॉलेज में रेफर किया गया।
इस सफल कार्यक्रम के लिए सभी प्रतिभागियों ने आईटीएस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन डॉ. आरपी चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।