- रेलवे बोर्ड के चेयरमैन व सम्बन्धित जिलों के डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से की समीक्षा बैठक
- तय समयसीमा के भीतर प्रोजेक्ट्स को पूरा करें अधिकारी
- प्रोजेक्ट्स के पूरा होने से प्रदेशवासियों को मिलेगी राहत
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में चेयरमैन रेलवे बोर्ड श्री विनय कुमार त्रिपाठी व सम्बन्धित जिलों के डीएम के साथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि तय समय सीमा के भीतर प्रोजेक्ट पूरे हों, इसके लिए रेलवे और डीएम के बीच समन्वय स्थापित करें। हर जिले के लिए रेलवे द्वारा एक नोडल अधिकारी को नामित किया जाये, जो प्रोजेक्ट से जुड़ी समस्याओं का समय पर समाधान कर सके। उन्होंने कहा कि सर्वाधिक आबादी वाले उत्तर प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं और हम लोग प्रदेशवासियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
बैठक में मुख्य सचिव ने प्रदेश के गोरखपुर, प्रयागराज, मथुरा, सिद्धार्थनगर, आगरा, ललितपुर, इटावा, गाजीपुर, अयोध्या, मऊ, जौनपुर और मिजार्पुर आदि जनपदों के बड़े रेलवे प्रोजेक्ट का रिव्यू किया। उन्होंने कहा कि महत्वपूर्ण सुधारों से प्रदेश एक सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रेलवे के कई बड़े काम हैं। कई प्रोजेक्टस हैं जिनके पूरा होने से प्रदेशवासियों को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि रेलवे और जिलाधिकारी प्रोजेक्ट के बीच आ रही समस्याओं को मिलकर दूर करें।
जिलों के लिए नामित करें सीनियर आफिसर
मुख्य सचिव ने कहा कि जिन जिलों में रेलवे के प्रोजेक्ट पर काम हो रहा है उनमें तेजी से काम करने के लिए जिलों में रेलवे की ओर से एक सीनियर आफिसर को नामित किया जाये। तय समयसीमा पर प्रोजेक्ट पूरे हो सकें इसलिए हर दो माह में अधिकारी रिव्यू करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि रेलवे और जिलों के बीच समन्वय बेहतर करते हुए प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करें। बैठक में रेलवे, लोक निर्माण, ऊर्जा, वन एवं पर्यावरण सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी आदि उपस्थित थे।