- लुलु फूड पार्क से युवाओं को रोजगार व किसानों को होगा लाभ
- लुलु फूड पार्क से फलों एवं सब्जियों का मध्य एशियाई देशों में होगा निर्यात
- लखनऊ में लुलु मॉल का शीघ्र ही लोकार्पण किया जाएगा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में उनके सरकारी आवास पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेन्द्र भूषण ने लुलु फूड पार्क का कब्जा पत्र फेयर इंडिया एक्सपोर्ट कम्पनी के सीएमडी यूसूफ अली एमए को सौंपा। लुलु फूड पार्क ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ईकोटेक-10 में 20 एकड़ क्षेत्रफल में लगभग 500 करोड़ रुपये की लागत से एक वर्ष में बनकर तैयार होगा। यह फूड पार्क प्रदेश का सबसे बड़ा फूड पार्क होगा।
लुलु फूड पार्क के बन जाने से यहां के युवाओं और किसानों को लाभ प्राप्त होगा। युवाआें को 700 प्रत्यक्ष एवं 1000 अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। किसानों को उनकी उपज के अच्छे दाम प्राप्त होंगे। इस फूड पार्क से फलों एवं सब्जियों को अत्याधुनिक तकनीक से प्रोसेस करके उनकी पैकेजिंग कर उनका निर्यात किया जाएगा।
लुलु फूड पार्क 20 हजार मीट्रिक टन स्टोरेज की क्षमता का होगा, जिसमें दुग्ध, कृषि एवं रेडी टू ईट वाले पैकेज्ड फूड उत्पाद को संरक्षित किया जा सकेगा और उनका निर्यात किया जाएगा। इस फूड पार्क से अधिकतर उत्पाद मध्य एशियाई देशों सहित अन्य देशों को निर्यात किये जाएंगे।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने कहा कि लुलु फूड पार्क से स्थानीय कृषि उपज को बढ़ावा मिलेगा। यहां के किसानों को अपनी फसलों की उपज का अच्छा दाम भी प्राप्त हो सकेगा।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि लखनऊ में भी लुलु मॉल का शीघ्र ही लोकार्पण किया जाएगा, जिसकी लागत 2 हजार करोड़ रुपये और क्षेत्रफल 11 एकड़ है। इस लुलु मॉल के कार्यशील होने से लगभग 5 हजार प्रत्यक्ष तथा 10 हजार अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
इस अवसर पर शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।