- बूथ स्तर पर महिलाओं को अपने साथ जोड़ना होगा
- प्रधानमंत्री का कहना है कि बूथ जीता तो चुनाव जीता
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति की बैठक के समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में महिला मोर्चा का गठन होने के बाद इतनी बड़ी संख्या में महिला कायकत्रियां उपस्थित हुई हैं। वास्तव में आधी आबादी का प्रतिनिधित्व कैसे होना चाहिए, भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा को उसका आदर्श बनना चाहिए। महिला मोर्चा के पास बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2014 से देश की बागडोर अपने हाथों में संभाली, तब से देश में राजनीतिक एजेंडे की धुरी को उन्होंने बदला है। इसके पहले जाति, धर्म, क्षेत्र व भाषा के आधार पर चलने वाली देश की राजनीति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने के बाद वह उन अनछुए पहलुओं को लेकर तैयार हुई है, जो इस देश के गांव से होकर गरीब, किसान, महिलाओं और नौजवानों से सम्बन्धित थी। जितनी भी योजनाएं बनीं, वह इन सभी को केन्द्र में रखकर बनायी गयीं। मोदी के नेतृत्व में जो कार्य सम्पन्न हुए हैं और हो रहे हैं, वह एक नये भारत की तस्वीर हम सबके सम्मुख रखते हैं। जिसमें गांव अपने आप में स्वावलम्बी होगा। गरीब बदहाली से उठकर मुख्य धारा में सम्मिलित होता हुआ नजर आएगा, जिसमें किसान पलायन का रास्ता नहीं, अपितु आत्मनिर्भर भारत के मार्ग का अनुसरण करते हुए लोगों के सामने एक आदर्श बनता हुआ दिखायी देगा, जिसमें एक महिला पिछलग्गू नहीं, बल्कि समाज का नेतृत्व करने वाली होगी। अभी हाल ही में सुप्रीम कोर्ट में तीन महिला न्यायाधीश नियुक्त हुई हैं, जो प्रधानमंत्री की दीर्घकालिक सोच को स्पष्ट करता है। प्रधानमंत्री के कार्यकाल में ही सबसे अधिक संख्या में महिलाएं राज्यपाल पद की जिम्मेदारियों का निर्वाहन कर रही हैं। आज देश का वित्त मंत्रालय एक सशक्त महिला के हाथ में है। एयर स्ट्राइक की कार्यवाही का सफलतापूर्वक संचालन एक महिला रक्षा मंत्री के द्वारा ही किया गया था। विदेश मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज के नेतृत्व को देश ने देखा है। लोक सभा के स्पीकर के रूप में सुमित्रा महाजन ने किस प्रकार देश व संसद को नेतृत्व प्रदान किया है, यह हम सबके सामने है। स्वाभाविक रूप से नेतृत्वकर्ता के रूप में महिलाएं होंगी।
इस देश का नौजवान भी किसी से पीछे नहीं होगा। वह जॉब सीकर नहीं, बल्कि जॉब क्रेटर होगा। आज प्रदेश के सभी 1537 थानों और 350 तहसीलों में महिलाओं के लिए हेल्प डेस्क स्थापित किये गये हैं। जहां वह अपनी समस्याओं को महिला अधिकारी के सम्मुख सही रूप में रख पा रही हैं। उस महिला पुलिस अधिकारी को एक तय समय का उस समस्या का निराकरण करना होगा। मिशन शक्ति के अगले चरण में प्रदेश सरकार ने महिला बीट अधिकारियों की नियुक्ति को आगे बढ़ाया है।