- जिले में बेड और प्लेटलेट्स की समुचित व्यवस्था है
- मच्छरों से बचाव के उपाय करें, सफाई रखें, स्वस्थ रहें
गाजियाबाद। डेंगू बुखार को लेकर डरने की जरूरत नहीं है। मच्छरों से अपना बचाव करें। घर के आसपास सफाई रखें और स्वस्थ्य रहें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि स्वास्थ्य ने डेंगू के उपचार के लिए पर्याप्त व्यवस्था की हुई है। सरकारी चिकित्सालयों में 40 बेड डेंगू के उपचार के लिए आरक्षित हैं। इसके अलावा निजी चिकित्सालयों में कुल दो सौ बेड आरक्षित हैं। सरकारी और निजी चिकित्सालयों में भर्ती डेंगू पीड़ितों का हालाचाल रोजाना जिला एमएमजी चिकित्सालय स्थित आईडीएसपी ( इंटीग्रेटेड डिसीज सर्विलांस प्रोग्राम) से दूरभाष के जरिए लिया जा रहा है। डा. भवतोष शंखधर ने बताया कि जनपद स्थित सभी ब्लड बैंक प्रतिदिन प्लेटलेट्स की उपलब्धता की जानकारी सीएमओ कार्यालय को भेजते हैं। इसके साथ ही निजी चिकित्सालय प्रतिदिन भर्ती रोगियों की रिपोर्ट भी सीएमओ कार्यालय को भेजते हैं। निजी चिकित्सालयों को डेंगू के उपचार संबंधी गाइडलाइन जारी की गई हैं। यदि किसी निजी चिकित्सालय में गाइडलाइन का उल्लंघन किया जाता है तो पीड़ित सीएमओ कार्यालय में संपर्क कर सकता है।
सीएमओ ने बताया कि जिला एमएमजी चिकित्सालय में 20, संयुक्त जिला चिकित्सालय में 10 और डासना, मुरादनगर, मोदीनगर एवं लोनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पांच-पांच बेड के डेंगू वार्ड बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि बुखार आने पर खुद दवा न लें। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त करें। डेंगू एडीज मच्छर के काटने से होता है। यह मच्छर दिन के समय काटता है और साफ पानी में पनपता है।
डेंगू के लक्षण
सिरदर्द, आंख के पीछे दर्द, बुखार
मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द
पेट दर्द, जी मिचलाना, उल्टी
डेंगू से बचाव
डेंगू से बचाव के लिए मच्छरों से बचाव करें
घर के आसपास या घर में पानी जमा न होने दें
खासकर गमले और फ्रीज की ट्रे साफ रखें
पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें