- डिजिटल टूरिज्म ऐप तथा अयोध्या पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट को लॉन्च किया
- 22 जनवरी की तिथि भारत की श्रद्धा और आस्था को सम्मान देने तथा भारत के स्वाभिमान और सम्मान को पुनर्स्थापित करने की पावन तिथि
- प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप अयोध्या को वैश्विक रूप से पहचान दिलानी
- श्रद्धालुओं, भक्तों, आस्थावान यात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए अयोध्या सज-धज रही
- आने वाले यात्रियों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए इलेक्ट्रिक बसें, ई-आटो और अन्य सुविधाएं यहां पर प्रारम्भ हो रहीं
- अयोध्या से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की गई, पूरे प्रदेश में 21 जनवरी तक चलेगा
- हर देव मंदिर में 16 से 22 जनवरी तक अखण्ड रामायण का पाठ और राम संकीर्तन का आयोजन होगा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या धाम में नवनिर्मित मंदिर में भगवान श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पूर्व विभिन्न कार्यक्रमों में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर उन्होंने ई-वाहनों (50 इलेक्ट्रिक बसों एवं 25 ई-आॅटो) का फ्लैग आफ कर अयोध्यावासियों को उपहार दिया। मुख्यमंत्री ने डिजिटल टूरिज्म ऐप तथा अयोध्या पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट को भी लॉन्च किया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या धाम में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पूर्व आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बेहतरीन सुविधा उपलब्ध हो सके, इस उद्देश्य से अयोध्या नगर निगम और अयोध्या सिटी में ई-बसों एवं ई-आटो का शुभारम्भ व टूरिज्म सेंट्रिक मोबाइल ऐप तथा अयोध्या पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट को लॉन्च किया गया है। 22 जनवरी की तिथि भारत की श्रद्धा और आस्था को सम्मान देने तथा भारत के स्वाभिमान और सम्मान को पुनर्स्थापित करने की पावन तिथि है। जब प्रभु श्रीराम 500 वर्षों के बाद अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे, तो न केवल अयोध्या धाम में, बल्कि पूरे देश और प्रदेश में रामराज्य की स्थापना का जो कार्य वर्ष 2014 में प्रारम्भ हुआ था, उसे मूर्त रूप प्रदान करते हुए यशस्वी भविष्य की कामना के साथ हमें श्रीराम का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वाभाविक रूप से इस पौराणिक और ऐतिहासिक तिथि को आने वाले श्रद्धालुओं, भक्तों, आस्थावान यात्रियों और पर्यटकों की सुविधा के लिए अयोध्या सज-धज रही है। यहां इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्यों का उद्घाटन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसम्बर, 2023 को किया है। क्या कोई सोचता था कि अयोध्या में इतनी शानदार सड़कें होंगी। आज अयोध्या में राम पथ, भक्ति पथ, धर्म पथ, जन्मभूमि पथ को देखेंगे, तो हर कोई अभिभूत होगा। मल्टीलेवल पार्किंग, गुप्तार घाट से लेकर रामजी की पैड़ी और नए घाट तक घाटों का निर्माण, सूरजकुण्ड, भरतकुण्ड के सौंदर्यीकरण के कार्यक्रम को देखकर हर कोई अभिभूत हो जाएगा। इसी श्रृंखला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए अवस्थापना के कार्य, अच्छे यात्री निवास, धर्मशालाओं का निर्माण, अच्छे होटल, टेन्ट सिटी भी बन रही है या बन चुकी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले यात्रियों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए इलेक्ट्रिक बसें, ई-आटो और अन्य सुविधाएं यहां पर प्रारम्भ हो रही हैं। डिजिटल टूरिस्ट ऐप के द्वारा आने वाला कोई भी श्रद्धालु अयोध्या के हर स्पॉट का अवलोकन कर सके और अयोध्या को नजदीक से निहार सके, इस दृष्टि से भी इस कार्यक्रम को आज यहां सम्पन्न किया गया है। मुख्यमंत्री जी ने अयोध्यावासियों को मकर संक्रांति की शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने अयोध्या आने वाले सभी श्रद्धालुजन का अभी से अग्रिम अभिनन्दन करते हुए कहा कि हजारों वर्षों बाद यह अवसर आता है, जब प्रभु की सेवा में कुछ कर गुजरने का अवसर मिलता है। हमारी पीढ़ी को यह अवसर मिला है। 500 वर्षों बाद प्रभु श्रीराम स्वयं के भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। देश और दुनिया आतुर है कि कब उन्हें अयोध्या में प्रभु श्रीराम के दर्शन का अवसर मिलेगा। हम सौभाग्यशाली हैं कि यहां पर हमें प्रभु का आशीर्वाद मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी जिम्मेदारी है कि अयोध्या स्वच्छ और सुंदर दिखाई दे। सरकार का जो कार्य है, वह सरकार कर रही है। इन्फ्रास्ट्रक्चर, सड़कों का चौड़ीकरण, रेलवे लाइन, एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं के साथ ही इलेक्ट्रिक बसें अयोध्या को चमकाने का कार्य करेंगी। इनके रूट भी तय किए जा चुके हैं। लगभग 200 इलेक्ट्रिक बसें तात्कालिक रूप से अयोध्या को दी जा रही हैं। इसे 500 बसों तक विस्तार दिया जाएगा। इसमें नगर विकास के साथ परिवहन विभाग भी शामिल हैं। निजी क्षेत्र को भी इस क्षेत्र में आमंत्रित किया जाए। अयोध्या देश की पहली सोलर सिटी बनने जा रही है, इसलिए हमें इस कार्यक्रम को तेजी से आगे बढ़ाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि टूरिस्ट ऐप से हम अयोध्या के एक-एक स्थान को देख सकें, उसका अवलोकन कर सकें और आसानी से महत्वपूर्ण स्थानों पर पहुंच सकें, यह सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। यह सिर्फ अंग्रेजी में ही नहीं बल्कि हिंदी, संस्कृत सहित संविधान की अनुसूची में शामिल सभी भाषाओं में उपलब्ध होगा। इसी प्रकार, पुलिस से सहायता लेनी है, कहां थाना है, कहां चौकी है, इमरजेंसी सेवाएं कैसे मिलेंगी, 1090 की क्या भूमिका है, 112 की क्या भूमिका है, कौन अधिकारी आपके सहयोग के लिए तत्पर रहेगा, पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट पर आपको यह सुविधाएं भी मिल जाएंगी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज हर किसी की इच्छा है कि उसे अयोध्या धाम का दर्शन हो। यह हमारा सौभाग्य है कि प्रभु की सेवा में हमें कुछ कर गुजरने का अवसर मिल रहा है, इसलिए हमें कोई कोर-कसर नहीं छोड़नी है। यहां जो भी श्रद्धालु आएं, वो एक अच्छी छवि लेकर जाएं, यही अपेक्षा है। प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप अयोध्या को वैश्विक रूप से पहचान दिलानी है। आज प्रात: से ही अयोध्या से स्वच्छता अभियान की शुरूआत की गई है। यह कार्य पूरे प्रदेश में 21 जनवरी तक चलेगा। हर देव मंदिर में 16 जनवरी से 22 जनवरी तक अखण्ड रामायण का पाठ और राम संकीर्तन का आयोजन होगा। यह कार्यक्रम चाहे घर में हो या देव मंदिर में, गांव में हो या शहर में, हर जगह अखण्ड रामायण और राम संकीर्तन के साथ सभी को जुड़ना है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 22 जनवरी को जब प्रधानमंत्री के कर-कमलों से अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो रहे होंगे, इस अवसर पर उनकी सभी से अपील है कि जो लोग अयोध्या आने के इच्छुक हैं, वो इस कार्यक्रम को लाइव देखें। हम सबको एक बात जरूर सुनिश्चित करनी है कि अयोध्या अभी नव निर्माण से गुजर रही है। 22 जनवरी से पहले यहां कोई भी वीआईपी मूवमेंट न हो तो अच्छा है। प्राण प्रतिष्ठा के बाद जब लोग यहां पर आएंगे तो उनको भी असुविधा नहीं होगी और यहां व्यवस्था से जुड़े लोगों को भी असुविधा नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी को जब प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम चल रहा होगा, उसे हर कोई लाइव देखे। ट्रस्ट के द्वारा जिन लोगों को आमंत्रित किया गया है, वो यहां आएंगे। जो लोग यहां नहीं आ पा रहे हैं, वो इसका लाइव अवलोकन करें। बाद में उन्हें जब अवसर मिलता है तो अयोध्या धाम आकर वो प्रभु श्रीराम का दर्शन करें। हमें उनका स्वागत करने में प्रसन्नता होगी। इस अवसर पर कृषि मंत्री तथा अयोध्या जनपद के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह, विधान परिषद सदस्य हरिओम पाण्डेय, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, अयोध्या के महापौर गिरीशपति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।