- मृतक नवप्रीत व मीडियाकर्मी रमन कश्यप के परिजनों से की मुलाकात
- लवप्रीत के परिजनों की मांग, मंत्री हो बर्खास्त, मंत्री का पुत्र हो गिरफ्तार
नई दिल्ली। आखिरकार लंबी जद्दोजहद के बाद कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, पंजाब एवं छत्तीसगढ़ के मुख्श्मंत्री लखीमपुर खीरी पहुंचे और मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात की। इससे पहले पूरे दिन लखीमपुर जाने के लिए कांग्रेस नेताओं को रोके रखा गया। पहले तो यूपी सरकार ने राहुल गांधी को आने की इजाजत ही नहीं दी थी। लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे राहुल गांधी व दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लखीमपुर खीरी पुलिस अपनी गाड़ी में ले जाने पर अड़ गई। राहुल गांधी पुलिस के अड़ियल रवैये से बेहद नाराज हुए और एयरपोर्ट पर ही धरने पर बैठ गए थे। काफी फजीहत झेलने के बाद प्रशासन ने राहुल गांधी व उनके साथ दोनों मुख्यमंत्रियों को जाने की इजाजत दी। राहुल गांधी, सीएम भूपेश बघेल, चरणजीत सिंह चन्नी सीतापुर अस्थाई जेल में बंद की गर्इं प्रियंका गांधी से मिलने पहुंचे। यहां से देरशाम प्रियंका गांधी, राहुल गांधी, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, भूपेश बघेल, यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, केसी वेणुगोपाल, रणदीप सूरजेवाल के साथ उनका काफिला लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गया। रात करीब लगभग दस बजे वे सभी मृतक किसान लवप्रीत के परिजनों से मिले। लगभग 15 से बीस मिनट तक उन्होंने नवप्रीत के परिजनों से घटना के बारे में पूरी जानकारी ली। बताया जा रहा है कि नवप्रीत सिंह के परिजनों ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। राहुल गांधी ने परिजनों का आश्वस्त किया कि वे उनके साथ हैं और हमेशा उनकी मदद के लिए तैयार रहेंगे। परिजनों ने कहा कि हमें इंसाफ चाहिए। परिजनों ने बाद में मीडिया से बात करते हुए कहा कि चार दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक आरोपर मंत्री के पुत्र को गिरफ्तार नहीं किया गया है। मंत्री को बर्खास्त किया जाए। गांव के सरपंच ने कहा कि सिर्फ चेक देने से बेटा वापस नहीं आ जाएगा। पुलिस-प्रशासन आखिर आरोपी को क्यों गिरफ्तार नहीं कर रहा है। यहां से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी आदि मीडियाकर्मी रमन कश्यप के घर के लिए रवाना हो गए।