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राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत तंबाकू मुक्त होंगे शिक्षण संस्थान

  • डीआईओएस-बीएसए नामित करेंगे संस्थानों में नोडल अधिकारी
  • सूबे में 22 प्रतिशत युवा करते हैं तंबाकू का उपभोग : सर्वे
    गाजियाबाद।
    तंबाकू उपभोग के मामले में सूबे के युवाओं की स्थिति चिंतनीय है। भारत सरकार की ओर से जारी किए गए ग्लोबल यूथ टबैको सर्वे-2021 के मुताबिक उत्तर प्रदेश के 22 प्रतिशत युवा तंबाकू का उपभोग करते हैं। यह स्थिति युवाओं के भविष्य को खतरे में डालने वाली है। महानिदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं) की ओर से 18 अगस्त, 2021 को जारी निदेर्शों का हवाला देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. भवतोष शंखधर ने जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) और बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) को पत्र लिखा गया है। पत्र में दोनों अधिकारियों के अधीन आने वाले सभी शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए नोडल अधिकारी नामित करने की बात कही है।
    सीएमओ ने अपने पत्र में कहा है कि युवाओं में तंबाकू उपभोग के बढ़ती प्रवृत्ति उनके भविष्य को विचलित करने वाली है। इसलिए भारत सरकार द्वारा जारी टोबैको फ्री एजुकेशन इंस्टीट्यूशन (टीओएफईआई) गाइडलाइन में सभी शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी/ जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से विद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित कर युवाओं को तंबाकू से होने वाले नुकसान और कोटपा अधिनियम-2003 के बारे में जागरूक किया जाएगा।
    सीएमओ ने जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी को भेजे गये पत्र में कहा है कि भारत सरकार की टोबैको फ्री एजुकेशन इंस्टीट्यूशन गाइडलाइन के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए सभी संस्थानों में नोडल अधिकारी नामित किए जाएं। नोडल अधिकारी संबंधित संस्थानों में गाइडलाइन और कोटपा अधिनियम का अनुपालन सुनिश्चित कराएंगे और शिक्षण संस्थान को तंबाकू मुक्त रखे जाने के लिए किए गए प्रयासों को निर्धारित प्रारूप पर स्वयं मूल्यांकन करते हुए सीएमओ कार्यालय को रिपोर्ट भेजेंगे।

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